फोरेंसिक एप्टीट्यूड एंड कैलिबर टेस्ट पास कर पाई अपनी मंजिल, देश के चुनिंदा सात में से किसी एक सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब में देंगे सेवा
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा के सौरभ कुमार साइबर फोरेंसिक एनालिसिस्ट बनकर बड़ी सफलता हासिल की है। देश की एक बेहद कठिन परीक्षा में उत्तीर्ण होकर सौरभ विशिष्ट जॉब पाने वाले नवादा जिले के पहले युवा बन गए हैं।

देश भर के तीन लाख युवाओं ने विगत 12 मई को फोरेंसिक एप्टीट्यूड एंड कैलिबर टेस्ट दी थी, जिसमें केवल 700 प्रतिभागियों ने परीक्षा पास की है। 80 फीसदी अंक से अधिक पाने पर क्वालिफाई की जाने वाली इस कठिन परीक्षा में उत्तीर्ण होने वालों में एक सौरभ भी शामिल हैं।

सौरभ ने आरंभ से ही अपनी मंजिल पाने की रूपरेखा तय कर रखा था। अंतत: बेहतरीन सफलता पाने के बाद वह देश के चुनिंदा सात में से किसी एक सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब में अपनी सेवा देंगे।

फिलहाल स्टेट क्राइम ब्रांच, पंचकूला, हरियाणा में साइबर फोरेंसिक एनालिसिस्ट के रूप में सेवा दे रहे सौरभ जल्द ही केन्द्र की क्राइम ब्रांच की सेवा में चले जाएंगे। जिले के नारदीगंज प्रखंड स्थित ओड़ो पंचायत के पूर्व मुखिया सह समाजसेवी अरविंद मिश्रा तथा गृहिणी चंचला मिश्रा के दूसरे सुपुत्र सौरभ बचपन से ही मेधावी रहे हैं।

उनकी प्रारंभिक पढ़ाई नवादा स्थित मानस भारती स्कूल से हुई। मैट्रिक के बाद इंटर की पढ़ाई पकरीबरांवा से पूरी की, जबकि फोरेंसिक साइंस में ग्रैजुएशन लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर, पंजाब तथा इसी स्ट्रीम में पोस्ट ग्रैजुएशन पारूल यूनिवर्सिटी बड़ोदरा, गुजरात से पूरी की।

इसके बाद उन्होंने 6 माह की इंटर्नशिप गोवा फोरेंसिक लैब में पूरी की। पढ़ाई खत्म करने के तुरंत बाद स्टेट क्राइम ब्रांच में सेलेक्शन के बाद से ही सेंट्रल क्राइम ब्रांच में जाने की उनकी कोशिश जारी थी।

सौरभ ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता सहित अपने गुरुजनों को दिया है। गौरतलब हो कि सौरभ ने जिस तरह अपनी लगन और मेहनत यह मुकाम हासिल किया है वह उन प्रतिभागियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है, जो जीवन में कुछ करना चाहते हैं।

फिलवक्त सौरभ की इस सफलता से युवा प्रतिभागियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। वहीं उनके माता-पिता व पूरे परिवार में खुशियां थमने का नाम नहीं ले रहा है।


