नवादा के राजनीत में मचा सियासी हलचल, निर्दलीय एमएलसी अशोक कुमार का पूरा परिवार वर्षों से राजद के बने रहे खास, नवादा के निर्दलीय एमएलसी अशोक कुमार ने जदयू का दामन थाम दे दिया बड़ा झटका, विधान परिषद में जदयू के खेमे में बैठे अशोक यादव
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के सियासी गलियारे से बड़ी ख़बर सामने आई है, जिसमें नवादा के निर्दलीय एमएलसी अशोक कुमार ने जदयू का दामन थाम कर राजनीति सरगर्मी को बढ़ा दिया है। वर्षों से लालू प्रसाद की पार्टी राजद से जुड़े पूर्व मंत्री राजबल्लभ परिवार का सदस्य एमएलसी अशोक कुमार ने बड़ा झटका देकर चर्चा का बाजार गरम कर दिया है। बिहार विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधान पार्षद अशोक कुमार ने

जदयू को अपना समर्थन देकर सियासी गलियारे में हलचल मचा दिया। नवादा स्थानीय प्राधिकार से निर्दलीय विधान पार्षद अशोक कुमार जदयू खेमे में बैठे, जिसको लेकर सियासी गलियारे में चर्चा थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके पूर्व अशोक कुमार ने सभापति को पत्र लिखा था कि वे चाहते हैं कि जदयू खेमे में जाकर बैठें, फिर क्या था सभापति ने उनकी मांग को मानते हुए उन्हें जदयू के खेमे में बैठने की मंजूरी दे दी।

गरमायी नवादा जिले की सियासत
बता दें कि अशोक कुमार बिहार सरकार के पूर्व राज्य मंत्री व नवादा से कई बार विधायक रह चुके राजबल्लभ प्रसाद के भतीजे हैं और नवादा में राजबल्लभ प्रसाद का एक अलग ही रुतबा है। उनकी पत्नी विभा देवी नवादा विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक हैं। विदित हो कि अशोक कुमार पहले राजद के सिंबल पर विधान पार्षद का चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन राजद ने उन्हें टिकट नहीं दिया,

जिसके बाद उन्होंने राजद से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल किया। इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव में भी राजबल्लभ परिवार को राजद ने टिकट नहीं दिया, तभी से एमएलसी अशोक कुमार समय और मौका के इंतजार में लग गए थे। ज्ञात हो कि अशोक कुमार एमएलसी चुनाव जीतने के तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी मुलाक़ात भी हुई थी।

उसी वक्त से यह कयास लगाया जा रहा था कि आने वाले समय में कुछ बड़ा हो सकता है। आखिर, विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही उन्होंने जदयू खेमे में जाकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। चर्चा है कि राजद से बदला लेने के लिए एमएलसी अशोक कुमार ने जदयू का दामन थामा,

साथ ही कयास लगाया जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कहीं पूरा परिवार जदयू में शामिल तो नहीं हो जाएंगे। फिलवक्त एमएलसी श्री कुमार चाणक्य नीति अपनाकर जो पहला पाशा फेंका है उससे नवादा में विधानसभा चुनाव दिलचस्प होने वाली है।


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