अब ओपी अध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कराने नहीं जाना होगा पैतृक थाना
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
गृह विभाग के आरक्षी शाखा से जिले के छह ओपी को उत्क्रमित कर थाना का दर्जा मिल गया है। मंगलवार को ओपी से उत्क्रमित हुए कादिरगंज को थाना का दर्जा मिलने के बाद इसका उद्घाटन एएसपी हरि किशोर सिंह तथा प्रशिक्षु डीएसपी कामिनी कौशल ने संयुक्त रूप से फिता काटकर किया।

मौके पर कादिरगंज थानाध्यक्ष श्रवण कुमार राम आदि मौजूद थे। ओपी से थाना में उत्क्रमित जिले के बुंदेलखंड, कादिरगंज, शाहपुर, धमौल, रूपौ तथा सीतामढ़ी ओपी शामिल है, जिसका उद्घाटन मंगलवार को किया गया।

उक्त सभी ओपी को थाना का दर्जा मिलने से अब ओपी को प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए अपने पैतृक थाना नहीं जाना पड़ेगा। बताया गया कि पूरे बिहार में कुल 176 ओपी को थाना का दर्जा दिया गया है,

जिसमें नवादा जिले के बुंदेलखंड, कादिरगंज, शाहपुर, धमौल, रूपौ तथा सीतामढ़ी ओपी शामिल है। गृह विभाग के आरक्षी शाखा द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद सभी ओपी से उत्क्रमित हुए नये थानों का उद्घाटन किया गया।

जारी अधिसूचना में कहा गया है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र, अपराध नियंत्रण तथा विधि व्यवस्था के दृष्टिकोण से यह ओपी महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान करते हैं तथा सभी ओपी अपने पैतृक थाना के अन्तर्गत काम करते थे,

जिससे ओपी स्थायी एवं स्वतंत्र रूप से कार्य करने में असमर्थ होते थे। ओपी की प्राथमिकी उनके पैतृक थाना में दर्ज होती थी। ओपी क्षेत्र में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने पर पैतृक थाना से दूरी होने के कारण उस क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को पहुंचने में काफी समय लग जाता था,

जिससे अपराध नियंत्रण तथा अपराधियों पर अंकुश लगाने में परेशानी होती थी। अपराधियों एवं अपराध पर नियंत्रण, विधि व्यवस्था के संधारण तथा सुरक्षा के दृष्टिकोण से उक्त सभी ओपी को उत्क्रमित कर स्थायी एवं स्वतंत्र रूप से कार्य करने का अधिकार प्राप्त हो गया है।

उक्त सभी थाना क्षेत्र के ग्रामीणों में ओपी से थाना बनाए जाने को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है।



