नवादा के ऐतिहासिक धरोहर जेपी व गांधी इंटर विद्यालय नवादा पर जारी हुआ डाक टिकट, समापन पर प्रशासनिक पदाधिकारी भी जुटे
डाक टिकट सग्रह को लेकर पीएमजी ने कहा इससे बच्चों को करें जागरूक, अयोजित प्रतियोगिता में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए किया गया पुरस्कृत
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा नगर के प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय नवादा में आयोजित दो दिवसीय डाक टिकट महोत्सव का समापन बुधवार को एतिहासिक गांधी इंटर विद्यालय नवादा का डाक टिकट जारी कर किया गया। वहीं उद्घाटन के मौके पर जेपी पर डाक टिकट का लोकार्पण किया गया। समापन समारोह में डीएम आशुतोष कुमार वर्मा, एसपी अभिनव धीमन व सदर एसडीओ अखिलेश कुमार सहित जिले के कई आलाधिकारी व जनप्रतिनिधि आदि मौजूद रहे।

इस दौरान दो दिवसीय इस कार्यक्रम में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले स्कूली बच्चों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया। इसके साथ ही पत्रकारों को भी राम जन्म भूमी पर जारी डाक टिकट का प्रारूप देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पीएमजी अनिल कुमार ने कहा कि इंडिया पोस्ट हमारी भावनाओं और संस्कृति को जोड़ने का काम करती है। वहीं डाक टिकट संग्रह आय के साथ-साथ विदेश यात्रा का भी मौका देता है।

इस अवसर पर डीएम आशुतोष कुमार वर्मा ने कहा कि डाक टिकट महोत्सव- 2024 इस जिले के लिए एक एतिहासिक क्षण है, इसे हर किसी को जानने व समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डाक टिकट एक ऐसी विद्या है, जिसके माध्यम से हम अपने धरोहरों को संग्रह कर रेखांकित करने का एक अच्छा पहल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि डाक टिकट संकलन, मनोरंजन एवं ज्ञान के साथ-साथ निवेश के सर्वाेत्तम माध्यम में एक है। डाक टिकट ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक ज्ञान की धरोहर है।

डाक टिकट संकलन छात्रों के बीच अनुशासन एवं ज्ञानवर्द्धन का सबसे बढ़िया साधन है। महात्मा गांधी के विचारों को अपनाते हुए स्वच्छता के भाव को अपने मन और व्यवहारिक जीवन में अपनाने की बात कही गयी। बता दें कि जिले के दो एतिहासिक धरोहरों पर आधारित डाक टिकट जारी किया जाना जिलेवासियों के लिए गर्व की बात है। इस अवसर पर पहले दिन जेपी के कर्मभूमि नवादा जिले के कौआकोल प्रखंड अंतर्गत सर्वोदय आश्रम के साथ जेपी की तस्वीर वाली डाक टिकट का अनावरण किया गया।

इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन पीएमजी अनिल कुमार, नवादा विधायक विभा देवी, वारिसलीगंज विधायक अरूणा देवी, सर्वोदय आश्रम सेखोदेवरा के प्रधानमंत्री अरविंद कुमार, डाक विभाग के निदेश पवन कुमार, डाक अधीक्षक अर्चना कुमारी, फिल्म अभिनेता व आईकॉन राहुल वर्मा तथा हिसुआ के पूर्व विधायक अनिल सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात सभी आगंतुकों को डाक टिकट का फ्रेम व पौधा देकर सम्मनित किया गया।

वहीं समापन के मौके पर प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावा हिसुआ विधायक नीतू कुमारी, भाजपा के डॉ पूनम शर्मा, जिप अध्यक्ष पुष्पा कुमारी तथा नप अध्यक्ष पिंकी कुमारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान माय डाक टिकट बनवाने की सुविधा का लाभ उठाने के लिए भी प्रेरित किया गया। पीएमजी ने कहा कि सबसे पहला डाक टिकट वर्ष 1774 में देश के पटना से निकाला गया था, जो उन दिनों पटना शहर को लोग अजिमाबाद के नाम से जानते थे। उन्होंने कहा कि वह डाक टिकट तांबे का एक अन्नी और दुअन्नी पैसे का जारी हुआ था। उन्होंने बताया कि पूरे दुनिया में सबसे ज्यादा 119 देशों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के फोटो वाला डाक टिकट प्रकाशित हुआ है। उन्होंने बताया कि अजिमाबाद के नाम से जारी टिकट का वर्तमान में 22 करोड़ रूपये है।

महोत्सव के समापन पर गांधी इंटर विद्यालय नवादा पर जारी डाक टिकट का किया गया लोकार्पण
जेपी पर डाक टिकट जारी होने के बाद समापन के दिन बुधवार को गांधी इंटर स्कूल नवादा पर जारी डाक टिकट का लोकार्पण किया गया, जिसका इस जिले में एक समृद्ध इतिहास रहा है। वर्ष 1913 में जॉर्ज कोरोनेशन हाई स्कूल के रूप में इसकी स्थापना से जुड़ा है। 3 मार्च, 1993 को महात्मा गांधी के सम्मान में इसका नाम बदला गया, यह संस्थान स्थानीय शैक्षिक परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उल्लेखनीय योगदान करता रहा है।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों के दौरान स्कूल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विशेष रूप से गांधी इंटर स्कूल के कई छात्रों ने 1920 और 1942 के आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया। ऐसे ही एक छात्र डॉ अलख नारायण वर्मा, महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने स्कूल छोड़कर आंदोलन में भाग ले लिया था। 9 अगस्त, 1942 को अगस्त क्रांति के दौरान भगवती प्रसाद एडवोकेट और हिमाचल प्रसाद जैसी स्थानीय हस्तियों के नेतृत्व में नवादा गांधी हाई स्कूल के छात्रों ने स्कूल की इमारत पर हड़ताल करते हुए राष्ट्रीय ध्वज फहराकर एक स्टैंड लिया।

जिसके बाद यह स्कूल को प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में चिन्हित किया, जिसके बाद इसे नवादा का लाल किला के रूप में उपनाम का दर्जा मिला। इस स्कूल में पढ़े हुए उल्लेखनीय व्यत्तित्वों में से एक स्व गणेश शंकर विद्यार्थी थे, जो एक स्वतंत्रता सेनानी और कई बार रजौली के विधायक रह चुके हैं। गांधी इंटर स्कूल नवादा न केवल एक शैक्षणिक संस्थान है, बल्कि ऐतिहासिक गौरव का प्रतीक और छात्रों के लिए प्रेरणा का प्रतीक भी है।

स्वतंत्रता संग्राम को आकार देने और भविष्य के नेताओं को तैयार करने की इसकी विरासत नवादा के समुदाय में गूंजती रहती है। कार्यक्रम का मंच संचालन श्रवण बरनवाल ने किया। मौके पर डाक विभाग के संतोष कुमार, प्रणाली प्रबंधक मुकेश कुमार, मनीष कुमार, दिनेश्वर शाह, रवि प्रकाश, राहुल कुमार, सुभाष कुमार, अभिषेक कुमार, रामाशीष कुमार, सत्येंद्र कुमार, पोस्ट मास्टर अजय कुमार, गौरी शंकर, अरविंद कुमार, रवि राज, राजेश, खुशबू कुमारी, स्वीटी कुमारी तथा राजेश्वर कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।
