डायरिया की चपेट में वारिसलीगंज के बलवापर गांव, मेडिकल टीम पहुंची प्रभावित गांव, इलाज में जुटी मेडिकल टीम
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
भीषण गर्मी व हिट बेव से डायरिया का प्रकोप मौत का कहर बन गया है। नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के बलवापर व मंजौर गांव में डायरिया ने महामारी का रूप धारण कर लिया है। इसके चपेट में आने से एक महिला की मौत होने की खबर है, वहीं 60-70 लोग इस महामारी के चपेट में आकर अक्रांत हैं।

डायरिया का प्रकोप उक्त गांव में कई दिनों से फैला हुआ है, जिससे मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। जब इस बीमारी से प्रभावितों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी, तब इसकी सूचना स्थानीय पीएचसी को दी गई। रविवार को दोपहर बाद करीब 1:30 बजे पीएचसी वारिसलीगंज से मेडिकल टीम गांव पहुंचकर राहत कार्य में जुट गई है।

डायरिया से ग्रसित एक महिला ने तोड़ा दम
ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीण दशरथ यादव की पत्नी उर्मिला देवी की मौत डायरिया से हो गई है। वहीं 60-70 की संख्या में लोग इसकी चपेट में हैं। रविवार सुबह से ही पीएचसी वारिसलीगंज को सूचना दी जाती रही, बावजूद इलाज की व्यवस्था में विलम्ब की गई।

हालात यह हो गया कि जान बचाने के लिए लोग निजी अस्पतालों में जाकर अपना इलाज करा रहे हैं। डायरिया का का प्रकोप कैसे फैला इसके बारे में ग्रामीण कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं। गांव में न तो कोई सामूहिक भोज हुआ

और ना ही पूजा-पाठ का कहीं कोई प्रसाद वितरित हुआ है। पानी भी लोग नल-जल आपूर्ति योजना का पी रहे हैं। मेडिकल टीम इलाज के साथ इस महामारी के फैलने की जांच-पड़ताल भी कर रही है।

हिट बेव भी डायरिया का है बड़ा कारण
वैसे, अनुमान लगाया जा रहा है कि हीट बेव से लोग प्रभावित हुए हुए हैं। फिलवक्त, मेडिकल टीम गांव में कैंप कर पीड़ितों का इलाज कर रही है। देर से मेडिकल टीम द्वारा राहत कार्य शुरू किये जाने से ग्रामीणों में काफी नाराजगी है।

गौरतलब हो कि तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। दिनों भर तेज धूप और लू चलने के बाद शाम को कभी-कभी बारिश जैसा मौसम बनाने से लोग डायरिया जैसे महामारी का शिकार हो रहे हैं।


