अग्निशमन विभाग द्वारा जागरूक किये जाने के बाद भी लोग लापरवाही कर दे रहे अग्निकांड को न्योता, पराली जलाने से हो रही अधिकांश अगलगी की घटनाएं, खेतों में पराली जलाना कानूनन अपराध है, अग्निशमन विभाग ने स्थानीय सीओ से वैसे किसानों को चिन्हित कर कार्रवाई का दिया निर्देश
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले में गरमी शुरू होते ही अग्निदेव का तांडव शुरू हो गया है। महज दो दिनों में ही शहर से लेकर गांव तक डेढ़ दर्जन अगलगी की घटनाएं हो चुकी है। इसमें अधिकांश घटनाएं खेतों में पराली यानि गेहूं की कटाई के बाद बचे जड़ की डंठल को खेतों में जलाये जाने से हो रही है। वहीं गर्मी में शॉट सर्किट से भी अगलगी घटनाएं काफी हो रही है। ऐसा ही ताजा मामला शुक्रवार को सामने आया,

जिसमें नगर के घनी आबादी वाले क्षेत्र माल गोदाम पोस्टमार्टम रोड स्थित डॉ मनोज कुमार व डॉ पिंकी बरनवाल के संजीवनी क्लिनिक में रखे डीजी जेनरेटर में शॉट सर्किट से आग लग गई। जिसको लेकर वहां मरीजों व अन्य लोगों में अफरा-तफरी मच गया। इसकी जानकारी मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीम दलबल के साथ पहुंचकर आग को काबू किया। इसके अलावा शुक्रवार को नवादा सदर प्रखंड के पौरा पंचायत के हरना गांव में किसान शम्भू यादव के गेहूं के खेत में अगलगी की घटना हुई, यहां भी अग्निशमन टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

इस तरह से शुक्रवार को अन्य पांच स्थानों पर फूस व बिचाली में अगलगी की घटना से दिनों भी दमकल विभाग की टीम भाग-दौड़ करते रहे। इसके एक दिन पूर्व गुरूवार को जिले के 11 स्थानों पर अगलगी की घटना ने दहशत मचा दिया। जिसमें कौआकोल प्रखंड के नावाडीह गांव एक झोपड़ी में अगलगी की घटना होने की सूचना स्थानीय प्रहलाद कुमार ने दिया, जिसके बाद घटना स्थल पर पहुंची अग्निशमन दस्ता ने आग पर काबू तो पा लिया,

परंतु झोपड़ी के अंदर रहे एक पशु की मौत हो गई। यहां अगलगी का कारण धुम्रपान बताया गया है। वहीं हिसुआ प्रखंड के तुंगी गांव में पान की खेत में अगलगी की घटना होने की सूचना स्थानीय विक्रम कुमार द्वारा दिया गया, जिसके बाद वहां पहुंची दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया गया, यहां भी शॉट सर्किट के कारण अगलगी की घटना हुई। इस तरह से अन्य छोटी-बड़ी अग्निकांड की कुल 11 घटनाओं ने दहशत मचा दिया।

क्या कहते हैं अग्निशमन पदाधिकारी
अग्निशन पदाधिकारी सोम बहादुर तमांग ने बताया कि अग्निशमन नवादा अन्तर्गत सभी थाना के अग्निक एवं चालकों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने प्रखंड के अंचलाधिकारियों का मोबाइल नंबर उपलब्ध करायें। किसानों द्वारा गेहूं का डंठल (पराली) में आग लगाया जा रहा है। वैसे किसानों का रिपोर्ट पूरा पता के साथ सम्बंधित अंचलाधिकारी को देना सुनिश्चित करेंगे। ताकि, आवश्यक कार्यवाई किया जा सके। खेतों का डंठल जलाना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है। इस कार्रवाई से अग्निकांड की घटना को कमी आयेगी।