शातिर कारीगर कारू व गोरू देसी मेड अवैध हथियार बनाकर करता था बेचने का काम, दोनों कारीगर चढ़ा पुलिस के हत्थे
एसटीएफ व नवादा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अवैध मिनीगन फैक्ट्री का हुआ उद्भेदन, पुलिस ने काफी संख्या में निर्मित व अर्द्ध निर्मित हथियारों के साथ हथियार बनाने का उपकरण भी किया बरामद
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा में एक ही गांव में दूसरी बार मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन हो चूका है। जिससे यह सवाल उठ गया कि आखिर किसके संरक्षण में मिनीगन फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था। ऐसा नहीं है कि गांव में संचालित मिनीगन फैक्ट्री के बारे में किसी को पता नहीं है,

बावजूद पुलिस को अब तक इसका भनक तक नहीं लगने दिया गया। दरअसल, एसटीएफ बिहार की विशेष टीम ने नवादा पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन करते हुए जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खालसा ढिबरी गांव में बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है।

पुलिस ने छापेमारी के क्रम से 3 देसी थरनट, 3 देसी कट्ट तथा काफी संख्या में विभिन्न प्रकार के अर्द्ध निर्मित हथियारों के साथ हथियार बनाने के उपकरणों को बारामद करते हुए अवैध मिनीगन फैक्ट्री के संचालक के साथ उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस मामले में मुफस्सिल थाना में प्राथमिक दर्ज कर दी गई है।

घर में बना रखा था अवैध हथियार बनाने का फैक्ट्री
इस संबंध में सदर एसडीपीओ-टू सुनील कुमार ने बताया कि गिरफ्तार मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खालसा ढिबरी गांव निवासी स्व अर्जुन मिस्त्री का पुत्र कारू मिस्त्री तथा मिल्की ढिबरी गांव निवासी मो नसरूद्दीन मियां का पुत्र मो सहजाद उर्फ गोरू है।

उन्होंने बताया कि दोनों साथ मिलकर अपने घर में ही अवैध मिनीगन फैक्ट्री का संचालन कर रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ के द्वारा यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार कारू मिस्त्री के विरुद्ध मुफस्सिल थाना में पूर्व से आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज है। उन्होंने बताया कि उक्त दोनों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है तथा गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

दोनों आर्म्स का निर्माण किसके लिए किया करते थे और इसका संरक्षण कौन दे रहा था इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जानने का प्रयास कर रही है। गौरतलब हो कि इन दिनों त्योहारों का माहौल बना है और साथ में विधानसभा चुनाव का भी सरगर्मी तेज होने लगी है, ऐसे में मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन होना पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।

तीन साल पूर्व भी इस गांव में उजागर हुआ था मिनीगन फैक्ट्री
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिल्की ढिबरी गांव में मिनीगन फैक्ट्री का संचालन होना कोई नई बात नहीं है। यहां तीन साल पूर्व 1 फरवरी 2021 को भी पुलिस ने संचालित हो रहे मिनीगन फैक्ट्री का उद्भेदन कर चुकी है। जिसमें मिनीगन फैक्ट्री के संचालक को गिरफ्तार कर दो अर्द्धनिर्मित देसी कट्टा सहित हथियार बनाने के उपकरणों को जब्त किया था।

उस समय मुफस्सिल थाना व नगर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर तत्कालीन एसपी डीएस सावलाराम के नेतृत्व में टीम गठन कर संयुक्त रूप से छापेमारी की थी। इस छापेमारी में स्थानीय निवासी मिनीगन फैक्ट्री संचालक नालेन्द्र विश्वकर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

इतना ही नहीं 25 मार्च 2023 को नगर थाना क्षेत्र स्थित निभा सिनेमा के पीछे नेमदारगंज नक्सल थाना के प्रभारी राजीव कुमार व डीआईयू के सिपाही विनय कुमार अपने दल के साथ फरार अपराधियों की गिरफ्तारी करने गए थे, तब मिनीगन फैक्ट्री संचालक अपने गुर्गों के साथ हमला भी किया था। बावजूद हमलावरों को पकड़ कर पुलिस ने जेल भेजने का काम किया था।
