राज्य नेताओं से लेकर प्रशासन के वरिय पदाधिकारियों का लगने लगा चौपाल, डीएम ने सभी पीडि़तों को दिया एक लाख पांच हजार का चेक
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के चर्चित कृष्णा नगर अग्निकांड की लपटों ने बिहार से लेकर दिल्ली तक की सियासत में गरमाहट ला दिया है। इस घटना पर राष्ट्रीय नेताओं के बयानबाजी का तीर लगातार चल रही है। वहीं जिला स्तरीय पदाधिकारी सहित राज्य स्तरीय पदाधिकारियों व नेताओं का चौपाल कृष्णा नगर में लग रहा है।

गुरूवार को एडीजी विधि-व्यवस्था संजय सिंह, मगध आयुक्त प्रेम सिंह मीणा तथा आईजी क्षत्रनिल सिंह घटना की जानकारी लेने नवादा पहुंचे, जहां जिला अतिथि गृह में डीएम आशुतोष कुमार वर्मा तथा एसपी अभिनव धीमान सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर घटना व पीड़ितों को मिलने वाली सुविधाओं की समीक्षा किया।

उसके बाद घटनास्थल सदर प्रखंड अंतर्गत मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर महादलित टोला कृष्णा नगर पहुंच घटित घटना का जायजा लिया। पदाधिकारियों ने क्षतिग्रस्त एक-एक घर का मुआयना करते हुए सभी पीडि़त परिवार से मिलकर आपदा प्रबंधन और प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त कर साथ रहे डीएम और एसपी को कई आवश्यक निर्देश दिया। वहीं डीएम श्री वर्मा ने सभी पीड़ितों को एक लाख पांच हजार का चेक दिया।

घटना का जायजा लेने के बाद आयुक्त श्री मीणा ने कहा कि यह घटना जमीनी विवाद को लेकर हुई है। प्रशासनिक कार्रवाई की जा रही है, घटना में संलिप्त मुख्य आरोपी नंदु पासवान सहित कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, शेष आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी पीड़ित परिवारों को आपदा प्रबंधन तथा जिला प्रशासन रहने व खाने-पीने की व्यवस्था कर रही है।

इस घटना की सूचना के बाद जिला प्रभारी मंत्री प्रेम कुमार भी गांव पहुंचे और पीड़ितों से बात पर डीएम-एसपी को आवश्यक निर्देश दिया। वहीं दूसरी ओर भाजपा एमएलसी प्रमोद चन्द्रवंशी, नवादा विधायक विभा देवी तथा जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा देवी सहित अन्य राज्य तथा जिला स्तरीय नेताओं का दौरा जारी है।

इसके अलावा इस घटना पर कांग्रेस के राष्टीय अध्यक्ष, मल्लिका अर्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा हम के संरक्षक सह केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी सहित अन्य नेताओं का बयानबाजी जारी है। यहां के गरीबों की आशियाना उजड़ने के पीछे जमीनी विवाद सामने आ रहा है। ऐसे कई मामले जिले में आज भी भू माफियाओं और स्थानीय सीओ व कर्मचारियों की मिली भगत से दबा हुआ है, जो कभी भी कृष्णा नगर की घटना को दुहरा सकता है।

फिलवक्त यह मामला पूरी तरह से राजनीत मोड़ ले लिया है। हर छोटे-बड़े नेताओं का बयानबाजी जारी है। बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में होना है, जिसको लेकर नेताओं को कृष्णा नगर का बड़ा मुद्दा मिल गया। वहीं मीडिया के लिए भी कृष्णा नगर ब्रेकिंग बन गया है। ऐसे में इस घटना के पीछे मूल कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है, केवल जमीनी विवाद ही लोग जान रहे हैं। बहरहाल इस घटना के पीड़ितों को सहायता मिलने लगी है, जो बड़ी रहत की बात है।
