निदेशक डॉ अनुज ने कहा बच्चों में मातृभाषा हिंदी का ज्ञान होना जरुरी, अंग्रेजी के दौर में हिंदी को हर शिक्षण संस्थान दें प्राथमिकता
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

मॉडर्न शैक्षिणक समूह नवादा के संचालित मॉडर्न इंग्लिश स्कूल कुंती नगर, मॉडर्न इंग्लिश स्कूल न्यू एरिया, मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल हिसुआ एवं मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल नारदीगंज में अध्यनरत कक्षा छठी से दसवीं तक के विद्यार्थियों के बीच राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर

अंतर्विद्यालयी बाल कवि सम्मेलन मॉडर्न इंग्लिश स्कूल के बहुउद्देशीय सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें सभी बाल कवियों ने अपनी स्वरचित कविता व लयबद्ध गायन किया। कार्यक्रम की शुरुआत मॉडर्न शैक्षिणक समूह के अध्यक्ष डॉ अनुज सिंह, प्राचार्य गोपाल चरण दास तथा उपप्राचार्य सुजय कुमार के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए निदेशक ने कहा की जिस तरह से बच्चे अंग्रेजी या दूसरी भाषाओं को पढ़ते हैं इस तरह से हम अपनी मातृभाषा से भी जुड़े रहें और इसी का परिणाम है कि आज मॉडर्न के बच्चे अंग्रेजी ही नहीं बल्कि हिंदी में भी किसी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं

चाहे वह काव्य पाठ हो या भाषण हो हमारे बच्चे आज भी मातृभाषा से जुड़े हैं। हमें अपने मातृभाषा का सदैव सम्मान करना चाहिए एवं हम किसी भी क्षेत्र में जाएं फिर भी अपनी मातृभाषा का प्रचार प्रसार अवश्य करें, ताकि देश दुनिया में हिंदी के महत्व को समझा जाए।

उन्होंने आह्वान किया कि हर शिक्षण संस्थान मातृभाषा हिंदी को प्राथमिकता दें। बच्चों ने “वर दे वीणावादिनी” से कवि सम्मेलन का आगाज किया। इस सम्मेलन में विद्यालय के सभी बाल कवियों ने अपनी प्रतिभा के बल पर कविताओं की अमित छाप छोड़ी।

कुंती नगर के छात्र अर्चित के द्वारा दिनकर की कृष्ण की चेतावनी प्रस्तुत किया गया तो पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। न्यू एरिया के ऋषभ राज वशिष्ठ ने वर्तमान समय में हो रहे समाज में लड़कियों के प्रति अत्याचार पर आधारित अपनी सुंदर कविता के द्वारा सारे श्रोताओं की आंखों में आंसू ला दिया।

हिंदी भाषा पर आधारित अपनी स्वरचित कविता पर कुंती नगर की छात्रा अनीशा ने पूरी भाव भंगिमा के साथ काव्य पाठ कर श्रोताओं का दिल जीत लिया। लगभग 4 घंटे तक बच्चों ने काव्य पाठ का आनंद लिया। यह काव्य पाठ पिछले एक सप्ताह से सभी विद्यालयों में लगातार आयोजित किया जा रहा था।

सभी विद्यालयों से आए हुए बच्चे काव्य पाठ में एक दूसरे को जबरदस्त टक्कर दे रहे थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के वरिष्ठ हिंदी शिक्षक विपुल कुमार, उमेश पांडेय, वंदना कुमारी, वीरेंद्र कुमार तथा नीतीश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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