किउल-गया दोहरीकरण परियोजना अंतर्गत नव दोहरीकृत वारिसलीगंज-नवादा रेलखंड पर जल्द दौड़ेगी ट्रेनें
124 किलोमीटर लंबे किउल-गया दोहरीकरण परियोजना के तहत अब तक लगभग 107 किमी का कार्य हो चूका है पूर्ण
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

कोलकाता के पूर्वी सर्किल संरक्षा आयुक्त (रेलवे) सुवोमोय मित्रा ने मंगलवार को दानापुर मंडल के किऊल-गया दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत लगभग 19 किमी लंबे नव-दोहरीकृत वारिसलीगंज-नवादा रेलखंड का निरीक्षण किया।

इस दौरान संरक्षा आयुक्त द्वारा वारिसलीगंज और नवादा के मध्य नवनिर्मित दोहरीलाइन एवं पुल-पुलिया तथा वारिसलीगंज और नवादा स्टेशन के स्टेशन भवन, पैनलरूम, रिले रूम एवं आईपीएस रूम का निरीक्षण किया।

साथ ही संरक्षा आयुक्त (रेलवे) द्वारा विशेष ट्रेन से वारिसलीगंज से नवादा के मध्य अधिकतम 115 किमी प्रति घंटा की गति से सफलतापूर्वक स्पीड ट्रायल भी किया गया। संरक्षा आयुक्त की अनुमति प्राप्त होते ही नव-दोहरीकृत रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन शुरू हो जाएगा।

इस अवसर पर दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी सहित निर्माण विभाग तथा दानापुर के उच्चाधिकारीगण भी उपस्थित थे। विदित हो कि वारिसलीगंज-नवादा नव-दोहरीकृत रेलखंड दानापुर मंडल अंतर्गत लगभग 1200 करोड़ रूपए की लागत वाली किऊल-गया दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा है।

किऊल-गया परियोजना के तहत लगभग 124 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। उक्त जानकारी देते हुए रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने कहा कि इस परियोजना के तहत अब तक लगभग 107 किमी रेलखंड का दोहरीकरण कार्य पूरा किया जा चुका है

तथा इस दोहरीकरण परियोजना के तहत अंतिम चरण में शेष बचे 17 किमी लंबे नवादा-तिलैया रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। इस परियोजना के पूरा हो जाने के बाद किउल-गया रेलखंड में ट्रेनों की गति में वृद्धि होगी और क्षेत्र के औद्योगिक विकास में गति आएगी।

गौरतलब हो कि इस रेलखंड पर स्टेशनों का आधुनिकरण कर नये स्टेशन भवन का निर्माण कार्य भी तेजी से पूरा किया जा रहा है। इसके पूर्व विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया जा चूका है, अब इस रेलखंड पर कार्य लगभग अंतिम चरण में है, इसके बाद इस रेलखंड पर ट्रेनें रफ्तार से दौड़ने लगेगी।


