अक्षय तृतीया पर सर्राफा बाजार रहा गरम, देर शाम तक आभूषणों की खरीदारी करने में जुटे रहे लोग
जिले भर में अनुमानित 10 से 12 करोड़ का हुआ सर्राफा कारोबार, विवाह लग्न नहीं रहने पर भी अक्षय तृतीया पर बेहतर रहा कारोबार
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
भारतीय पर्वों में अक्षय तृतीया पर्व का विशेष महत्व है। इस मुहूर्त को बेहद शुभ माना जाता है। किसी भी नए काम की शुरुआत से लेकर महत्वपूर्ण चीजों की खरीदारी व शादी विवाह जैसे काम भी इस दिन बिना किसी शंका के किये जाते हैं, बावजूद दो माह के लिए लगा शुक्रास्त के कारण शुभ विवाह करना प्रतिबन्ध है, फिर भी सर्राफा बाजार गरम रहा।

सुबह से ही ज्वेलरी दुकानों में ग्राहकों की भीड़ लगी रही। लोग अपने हैसियत के हिसाब से आभूषणों की खरीदारी करने में जुटे रहे। ब्राह्मण महासभा के पंडित विद्याधर शास्त्री बताते हैं कि अक्षय तृतीया का पर्व हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान नर-नारायण सहित परशुराम का अवतार हुआ था।

इसके अलावा ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का जन्म भी इसी दिन हुआ था। इसीलिए अक्षय तृतीया को सबसे शुभ माना गया है। इस दिन खरीदे गए समानों का कभी क्षय नहीं होता है, साथ ही सोना के बने आभूषणों की खरीदारी करना शुभ माना गया है। यही वजह है कि सर्राफा दुकानों में सोना की खरीदारी जमकर हुई।

जिले भर में करीब 10 से 12 करोड़ का हुआ सर्राफा कारोबार
अक्षय तृतीया पर सोना की खरीदारी के महत्व को लोग समझने लगे हैं। यही वजह है कि बड़े शहरों की तरह नवादा जैसे छोटे शहर में भी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परम्परा को बढ़-चढ़कर लोग निभाने लगे हैं। फलतः पूरे जिले में अक्षय तृतीया पर लगभग 10 से 12 करोड़ का सर्राफा कारोबार होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

क्या कहते हैं सर्राफा कारोबारी
जिले के प्रसिद्ध सर्राफा कारोबारी सागरमल ज्वेलर्स के अंकित अग्रवाल व चेतन सुहासरिया बताते हैं कि लग्न नहीं रहने पर भी अनुमान से बेहतर कारोबार हुआ है। उन्होंने बताया कि जरुरत के हिसाब से लोगों ने आभूषणों की खरीदारी की, साथ ही आने वाले लग्न के लिए भी खरीदारी किया गया।

प्रसिद्ध जेवर दुकान तुलसी ज्वेलर्स के संचालक सुरेश बर्मन ने बताया कि अक्षय तृतीया का क्रेज ग्राहकों में काफी बढ़ गया। इसबार लग्न नहीं रहने के बावजूद बेहतर कारोबार किया गया है। सोना और डायमंड के आभूषणों को लोग खूब पसंद कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बड़े आभूषणों की तुलना में छोटे आभूषणों की बिक्री ज्यादा रही।

शहर के मशहूर जेवर दुकान हनी ज्वेलर्स के संचालक श्रवण कुमार ने बताया कि पहले की तुलना में अब अक्षय तृतीया पर जेवर खरीदारी का डिमांड बढ़ गया है। बगैर लग्न का जिस तरह से लोग आभूषणों की खरीदारी करने जुट रहे थे वह अनुमान से बेहतर रहा। छोटे आभूषणों के साथ-साथ लोग शादी विवाह के लिए बड़े आभूषणों की भी खरीदारी कर रहे थे।



