शहर के विभिन्न इलाकों में चिपकाया गया लोकल प्रत्याषी की मांग का पोस्टर, मची खलबली
Report by Nawada News Xpress
नवादा/ सूरज कुमार
नवादा में लोक सभा चुनाव के पहले आम जनता के नाम लोकल प्रत्याषी की मांग का पोस्टर ने खलबली मचा दिया। इस पोस्टरबाजी के फंडा ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दिया। शनिवार को जब लोग सुबह घर से निकले तो जगह-जगह लोकल प्रत्याशी के नाम का पोस्टर देख चौंक गये,

फिर क्या था पूरे लोक सभा क्षेत्र में यह फंडा चर्चा का विषय बन गया। सवाल यह खड़ा हो गया कि आखिर किसने इस तरह की पोस्टरबाजी की। बता दें कि नवादा लोक सभा क्षेत्र में वर्षों से स्थानीय प्रत्याशी की मांग होता रहा है, परंतु हर बार चुनाव में बाहरी प्रत्याशियों को खड़ा कर नवादा लोक सभा की जनता को ठगने का काम किया जाता रहा है।

हालात यह हो गया है कि लोग अब बाहरी प्रत्याषियों से तौबा करने लगे। इसबार लोक सभा चुनाव से पहले लोकल प्रत्याषी की मांग जोर पकड़ ली है। हालांकि जिसने भी यह पोस्टरबाजी किया उसे लोग सराहनीय बता रहे हैं।

अब तक लोग दबी जुबान से लोकल प्रत्याशियों की मांग करते आ रहे थे, परंतु इस पोस्टरबाजी ने यह साफ कर दिया कि कोई भी पार्टी हो नवादा लोक सभा सीट पर कब्जा जमाने के लिए लोकल प्रत्याषी ही चाहिए।

शहर में चिपकाये गये पोस्टरों में साफ लिखा है कि बाहरी भगाओ, नवादा बचाओ, साथ में प्रजातंत्र द्वार की तस्वीर भी लगी है। हालांकि नवादा लोकसभा सीट पर 1957 से लेकर अब तक चुनावी माहौल में कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है।

चुनाव के दौरान यहां विकास और स्थानीय मुद्दे फीके पड़ जाते हैं और जातिगत फैक्टर ही असर डालता है। पिछले दो दषकों की बात करें तो 1999 में भाजपा के डॉ संजय पासवान, 2004 में राजद के वीरचंद्र पासवान, 2009 में भाजपा के भोला सिंह, 2014 में भाजपा ने गिरिराज सिंह तथा 2019 में लोजपा से चंदन सिंह सांसद बन चुके हैं,

जो सभी बाहरी हैं। वैसे लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर नवादा में सभी दलों ने अपने स्तर से तैयारियां तेज कर ली है। इस सीट पर इंडिया गठबंधन और एनडीए उम्मीदवारों के बीच मुख्य मुकाबला होने के आसार प्रबल है, बावजूद लोकल प्रत्याशी की मांग कुछ नया गुल खिलाने वाली है।


