Homeधर्मक्यों मारवाड़ी समाज मनाते हैं मंगसीर नवमी उत्सव, झुनझुन नगरी प्यारी जहां...

क्यों मारवाड़ी समाज मनाते हैं मंगसीर नवमी उत्सव, झुनझुन नगरी प्यारी जहां दादी का दरबार…..गीतों पर कैसे झूम उठे श्रोता, पढ़ें पूरी खबर 

मारवाड़ी समाज ने दादी जी राणी सती जी की मंगल पाठ का किया आयोजन
कुल देवी दादीजी राणी सती का हर साल मनाया जाता है मंगसीर नवमी उत्सव
 देर शाम तक चली मंगल पाठ के बाद हुआ प्रसाद वितरण और भंडारा
Report by Nawada News Xpress

नवादा / सूरज कुमार

नवादा में झुनझुन नगरी प्यारी जहां दादी का दरबार, दर्शन करलो प्राणी जीवन मिलेगा न बारम्बार……..जैसी भक्ति गीतों पर श्रद्धालुओं ने जमकर जयकारा लगाया। वहीं जगदम्बे भवानी मईया तेरा त्रिभुवन में छाया राज है…… आदि भक्ति भजन से पूरा माहौल भक्ति भाव में डूब गया।

दादी जी राणी सती के संगीतमय मंगल पाठ पर मारवाड़ी समाज की महिलाएं श्रद्धा और भक्ति में सराबोर हो रही थी। जैसे-जैसे संगीतमय मंगल पाठ का समय बीतता गया भजन मंडली का रंग भी भक्ति सागर में डूबता गया।

नवादा जिला मुख्यालय स्थित पुरानी जेल रोड में अग्रसेन भवन में बुधवार को मारवाड़ी समाज के द्वारा राणीसती जी के मंगसीर नवमी पर भव्य मंगल पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें जिले भर के मारवाड़ी समाज के लोग शामिल हुए।

झारखंड के धनबाद से आये महेन्द्र अग्रवाल व उनके भजन मंडली ने भजनोत्सव के दौरान सभी को भक्ति रस में पिरो दिया। कार्यक्रम की शुरूआत कुल माता दादी जी राणी सती जी की अखंड ज्योत व अराधना के साथ शुरू हुआ।

बताया जाता है कि मार्गशिर्ष कृष्णपक्ष नवमी जिसे मंगसीर नवमी कहा जाता है, इसी दिन दादी जी राणी सती का जन्म हुआ था, इसी दिन विवाह हुआ था और इसी दिन दुनिया से विदा हो गई थी,

इसीलिए इस तिथि को मंगसीर उत्सव के रूप में हर साल मनाया जाता है। मंगल पाठ कार्यक्रम के उपरांत प्रसाद वितरण किया गया। मौके पर नवादा शहर व वारिसलीगंज सहित जिले भर से आये मारवाड़ी समाज के दर्जनों की संख्या में लोग शामिल थे।

गौरतलब हो कि इस मंगल पाठ के दौरान मेंहदी उत्सव, चुनरी उत्सव, छप्पन भोग सहित दादी जी के श्रृंगार कार्यक्रम व पूजनोत्सव दिनों भर चलता रहा।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

You cannot copy content of this page