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फिरौती के लिए अपहृत किशोर का शव हुआ बरामद, पांच अपहरणकर्ता हरियाणा से गिरफ्तार, पढ़ें पूरी खबर

वारिसलीगंज पुलिस, हरियाणा पुलिस और यूपी एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई, हत्या में मौसेरे भाई का नाम आया सामने, मृतक पहले साइबर अपराध मामले में जा चुका था जेल

Report by Nawada News Xpress / नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना पुलिस ने एक चर्चित अपहरण और हत्या मामले का खुलासा करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने अपहृत 14 वर्षीय किशोर सूरज कुमार उर्फ सुंदरम कुमार का शव बरामद कर लिया है। साथ ही इस मामले में शामिल पांच अपहरणकर्ताओं को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से मृतक का मोबाइल भी जब्त किया गया। वारिसलीगंज पुलिस ने यह कार्रवाई हरियाणा पुलिस और उत्तर प्रदेश एसटीएफ के सहयोग से की।

फ़रीदाबाद से दबोचे गए सभी आरोपी

गिरफ्तार सभी अपराधी नरहट थाना क्षेत्र के खनवां गांव निवासी हैं, जिसमें अजय सिंह का पुत्र सूरज कुमार, अनिल सिंह का पुत्र शिवम कुमार, पिंटू सिंह का पुत्र कन्हैया कुमार, रंजीत सिंह का पुत्र सुमन कुमार, मंटू सिंह का पुत्र शिवम कुमार शामिल है। पुलिस ने बताया कि सभी अपराधी फरीदाबाद के पन्ना जनपद में एक किराये के मकान में छिपे हुए थे।

बालू की ढेर से पुलिस ने किया शव बरामद

गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने एसएच-83 बाघीबरडीहा-सरमेरा पथ पर बाघीबरडीहा स्टेशन के पास बालू के ढेर से सूरज का शव बरामद किया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि जिस दिन सूरज का अपहरण हुआ था, उसी रात उसकी हत्या कर शव को छुपा दिया गया था।

परिवार का आरोप– मौसेरे भाई ने ही की हत्या

सदर अस्पताल में शव के साथ पहुंचे मृतक के चाचा नवलेश सिंह ने सनसनीखेज खुलासा किया। उन्होंने कहा कि हत्या करने वालों में मृतक का मौसेरा भाई कन्हैया भी शामिल है।

ऐसे हुआ था अपहरण और फिरौती की मांग

19 अगस्त की शाम लगभग 4 बजे फतहा गांव निवासी पवन सिंह का पुत्र सूरज घर से खेलने निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा। 20 अगस्त की सुबह अपहरणकर्ताओं ने सूरज के मोबाइल से उसके बड़े भाई को कॉल कर भैयाजी गैंग के नाम पर 30 लाख रुपये फिरौती मांगी। जिसको लेकर परिजनों ने वारिसलीगंज थाने में मामला दर्ज कराया।

पुलिस ने बनाया एसआईटी, ऐसे मिली सफलता

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी अभिनव धीमान ने पकरीबरावां एसडीपीओ राकेश कुमार भास्कर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। टीम में थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेश कुमार सिन्हा, अपर थानाध्यक्ष संजय कुमार, एसआई अभिषेक कुमार, पीएसआई जयप्रकाश कुमार और एएसआई पप्पू कुमार शामिल थे। एसआईटी ने तकनीकी अनुसंधान और ह्यूमन इंटेलिजेंस की मदद से आरोपियों को ट्रैक किया और हरियाणा पुलिस व यूपी एसटीएफ के सहयोग से सभी को दबोच लिया।

मृतक पर भी था आपराधिक दाग

एसडीपीओ श्री भास्कर ने बताया कि मृतक सूरज पहले साइबर अपराध के मामले में जेल जा चुका था। हालांकि इस बार उसे अपराधियों ने फिरौती के लिए अपहरण कर हत्या कर दी। गौरतलब हो कि यह घटना नवादा में सनसनी मचा चुकी है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और हरियाणा से गिरफ्तारी को लेकर जिलेभर में वारिसलीगंज पुलिस की जमकर सराहना हो रही है।

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