रंगारंग कार्यक्रमों से छात्रों ने दर्शकों का खूब किया मनोरंजन, निदेशक डॉ अनुज ने कहा बच्चों को भारतीय संस्कृति की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए किया जाता है ऐसे आयोजन, बच्चों को हर क्षेत्र में पारंगत करना हमारा मुख्य उद्देश्य
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के हिसुआ में स्थित मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल में बसंतोत्सव से पूर्व धूमधाम से वार्षिकोत्सव समारोह मनाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यालय के छात्रों को भारतीय संस्कृति की मुख्यधारा से जोड़ना था। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि मॉडर्न शैक्षणिक समूह के निदेशक डॉ अनुज सिंह, सचिव डॉ शैलेश कुमार, विद्यालय के निदेशक संजय कुमार सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ नवादा के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, प्राचार्य मिखाइल चौधरी एवं मॉडर्न समूह के अन्य विद्यालयों के उपप्राचार्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इसके बाद विद्यालय के प्राचार्य ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर मॉडर्न समूह के निदेशक डॉ अनुज ने कहा कि जीवन, आदर्श मूल्य पर तब माना जाएगा, जब विचारों का मंथन होगा। अपने जीवन और आसपास की सभी नकारात्मकता को भी मंथन कर सकारात्मक में हम बदलने का प्रयास करें तो जीवन का हर दिन हमारे लिए महाकुंभ है। विद्यालय का वार्षिकोत्सव अपने पूरे वर्ष भर के विद्यालय की शैक्षणिक और समस्त क्रियात्मक गतिविधियों को प्रदर्शित करने का एक सकारात्मक माध्यम होता है।

जिसके परिणाम स्वरूप बच्चों में उत्साह उमंग और नवीन प्रेरणा नव वर्ष के लिए प्राप्त होते हैं। वार्षिकोत्सव केवल एक कार्यक्रम ही नहीं होता, बल्कि इस तरह के समारोह से छात्रों के शिक्षा, अनुशासन और प्रतिभा तथा विद्यालय के स्तर का बोध कराता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को भारतीय संस्कृति की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ऐसे आयोजन किये जाते हैं। बच्चों को हर क्षेत्र में पारंगत करना हमारा मुख्य उद्देश्य है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने दिखाया कला का जौहर
विद्यालय के विद्यार्थियों ने स्वागत गान प्रस्तुत कर सभी अतिथियों का स्वागत किया। वहीं नन्हे-मुन्ने बच्चों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। जिसमें समूह गान, देश भक्ति गीत, देशभक्ति नृत्य, लोकगीत, लोक नृत्य, समूह नृत्य, पंजाबी, हरियाणवी और डांडिया विशेष रहा। वार्षिक उत्सव में बच्चों ने विभिन्न प्रकार के सुंदर डांस, नाटक, प्रसंग, सामाजिक कुरीतियों पर आधारित नाटक, माता-पिता का सम्मान पर आधारित नाटक, भाई-बहन की प्रेम आदि कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।

मुख्य अतिथियों के स्वागत में निशा भारती, सुमन, श्रेया, तनु ने शानदार गीत के माध्यम से अभिनंदन किया। आजू मिथिला नगरिया गीत पर सौम्या, मुस्कान, राजश्री ने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को भक्तिमय बना दिया। बिहार गौरव गान में पूरे बिहार से जुड़ी हुई सभ्यता एवं संस्कृति को नृत्य के द्वारा अनुपम, आरोही, सृष्टि, खुशी, श्रेया संगम ने अपने तालमेल से दर्शकों का मन मोह लिया। माता-पिता में ही भगवान गीत पर रागिनी, श्रुति, आंचल, सुहानी, तनु ने अपने मधुर स्वरों से दर्शकों के आंखों में आंसू ला दिए।

बड़ा निक लागे अपन देशवा के माटी गीत पर साहिल, पियूष, अभिजीत, राजवीर ने अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया। वीणा के बजैया सातों सुर के रचैया गीत पर निशा सुमन ने मधुमास की याद ताजा कर दी। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आकर्षण बेटी पढ़ाओ देश बचाओ नाटक की प्रस्तुति शिवानी, ममता, कशिश, शालू माही द्वारा किया गया। नाटक के माध्यम से समाज में बेटियों के प्रति गलत अवधारणा को दूर करने की बात बताई गई।

इसके बाद छात्रों ने हिंदी और अंग्रेजी नाट्य मंचन के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के छात्रों में शिवम, केशव, प्रिंस, अनुभव, माही, सोनाली, असरा, राजनंदनी, रितु दिव्यांका, श्रेया, चाहत आदि के द्वारा किया गया। इस तरह से लगभग 5 घंटे तक कार्यक्रम का निरंतर आयोजन चलते रहा। विद्यार्थियों ने भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुतियों ने परिवर्तन और दृढ़ता को दर्शाया और समापन कार्यक्रम ने जीवंत कोरियोग्राफी के साथ जीवन और आनंद का जश्न मनाया। समारोह के दौरान स्कूली बच्चों के परिजन और विद्यार्थियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

बच्चों को सम्मानित कर मुख्य अतिथि ने कहा विद्यालय के साथ-साथ अभिभावक भी बच्चों को दें अच्छी शिक्षा
कार्यक्रम के उपरांत सभी प्रतिभागियों को मेडल पहनाकर मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित किया गया। अंत में मुख्य अतिथि ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि हमारा विद्यालय शहर में बच्चों को अच्छे संस्कार एवं अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा देने के लिए सदैव तत्पर है। इस विद्यालय में निरंतर वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। विद्यालय के साथ-साथ आप सभी का कर्तव्य है कि स्कूल के बाद बच्चों को घर में पढ़ायें, अच्छी-अच्छी आदतें सिखायें, शिक्षा दें, उनको समय दें। स्कूल के बाद बच्चे अपने घर में अपनों से सीखते हैं।

आप बच्चों को शिक्षा देने के लिए स्कूल का सहयोग करें। विद्यालय का वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों के अंदर छिपी हुई प्रतिभा को दिखाने का अवसर मिलता है, सभी विद्यार्थियों को ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन में भाग लेना चाहिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के उपप्राचार्य सायन मुखर्जी सहित शिक्षकों में मिथिलेश कुमार, सुधीर कुमार, एसके रंजन, मनोरंजन पांडेय गोपाल कृष्ण, प्रभात कुमार, पंकज पांडेय, वीरेंद्र कुमार, आरपी शर्मा, ओपी शर्मा, अरविंद कुमार, रवि शंकर कुमार, जयंत कुमार, प्रवीण कुमार सिंह, लक्ष्मी कुमारी, जुनाफा मैम, मनीषा साहू, सोनू कुमार, गोपाल कुमार, आशुतोष कुमार तथा भीष्म प्रताप सहित सभी विद्यालय परिवार की भूमिका सराहनीय रही।
