बेखौफ बालू माफिया ने पुलिस को बनाया निशाना, घायल एसआई को चिंताजनक हालत में किया गया बिम्स पावापुरी रेफर
चार माह तक नदी से बालू उठाव पर रोक से सक्रिय हुआ बालू माफियाओं को मिल रहा खनन विभाग का संरक्षण
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा में नदी से बालू उठाव पर चार माह का रोक लगने के बाद बालू माफियाओं का तांडव शुरू हो गया है। बालू उठाव पर 15 जून से 15 अक्टूबर तक रोक लग गया है, ऐसे में बालू माफिया सक्रिय हो गए हैं।

ऐसे में बालू माफियाओं पर नकेल कसना चुनौतीपूर्ण हो गया है। ताजा मामला नवादा जिले के नक्सल प्रभावित इलाका सिरदला थाना क्षेत्र के लौंद गांव की है, जहां बालू माफियाओं द्वारा ट्रैक्टर से एक एसआई को कुचल दिया गया है।

जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बिम्स पावापुरी रेफर कर दिया गया है। जख्मी एसआई संजीत कुमार सिरदला थाना में पदस्थापित थे। बताया जाता है कि अवैध बालू उत्खनन की सूचना पर छापेमारी करने के लिए अपने टीम के साथ गए थे।

इसी क्रम में बालू लोड ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश किया, तभी ट्रैक्टर चालक ने उक्त एसआई को रौंदते हुए बालू लदे ट्रैक्टर को लेकर फरार हो गया। जिसके बाद घटनास्थल पर एसआई गंभीर रूप से जख्मी हो गये, घायल एसआई को थाना प्रभारी संजीत राम के द्वारा सदर अस्पताल लाया गया,

तत्पश्चात बेहतर इलाज के लिए बिम्स पावापुरी रेफर कर दिया गया। थाना प्रभारी संजीत राम ने कहा कि एक ट्रैक्टर के द्वारा धक्का मारी गई है। इसी दौरान एसआई जख्मी हो गए हैं। फिलहाल उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के द्वारा पूरे मामला की जांच की जा रही है।

स्टॉक प्वाइंट पर कम बालू संग्रह से बालू माफिया हुआ सक्रिय
बता दें कि नवादा में बालू के अवैध उत्खनन के पीछे खनन विभाग का बड़ा हाथ है। जिस तरह से जिले में बालू उठाव पर चार माह का रोक लगाया गया है, उस स्तर से बालू संग्रह नहीं किया गया है। विभाग के पास जितना स्टॉक प्वाइंट का आंकड़ा है वह उंट के मुंह में जीरा का फोरन है।

13 जून तक खनन विभाग के पास बालू स्टॉक का जो आंकड़ा था वह चौंकाने वाला था, उस वक्त जिले के स्टॉक प्वाइंट पर मात्र 2 लाख 85 हजार एमटी ही बालू स्टॉक था। जबकि स्टॉक प्वाइंट की जांच की जाय तो खनन विभाग के काले कारनामों का पर्दाफाश हो जायेगा।

फिलवक्त बालू माफिया अवैध बालू उठाव के लिए विभाग और पुलिस से बेखौफ है, जो अगले चार माह तक पुलिस और विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहेगा।

