घटना के 9 दिनों बाद भी रायफल चोरों को पकड़ने में पुलिस के हाथ अब तक खाली
पुलिस ने चोरी के अगले दिन रायफल व कारतूस तो बरामद किया, पर चोरों के गिरेबान तक पहुंचने में पुलिस हो रही फेल
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा लोकसभा में प्रथम चरण मतदान के पूर्व रात्रि 18 अप्रैल को मतदान केंद्र की सुरक्षा में तैनात एक पुलिस जवान से चोरी हुई रायफल और कारतूस मामले में दुस्साहस की सारी हदें पार कर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाला शातिर चोर पुलिस की गिरफ्त से अब तक बाहर है।

हालांकि पुलिस ने 20 अप्रैल की सुबह नवादा लोकसभा अन्तर्गत वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र स्थित पकरीबरावां प्रखंड के मतदान केन्द्र संख्या-234 से चोरी गई एसएलआर रायफल और कारतूस को तो बरामद कर ली, लेकिन चोर की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस की कार्यशैली पर उंगलियां उठने लगी है।

इधर, घटना की खबर को कशिश न्यूज के संवाददाता सन्नी भगत द्वारा प्रमुखता से दिखाने पर बराबर सुर्खियां में रहने वाले पकरीबरावां थानाध्यक्ष अजय कुमार ने कशिश न्यूज़ के संवाददाता सन्नी भगत पर एक झूठा मुकदमा न्यायालय में दायर किया है। भादवि के धारा 188, 193, 500, 504, 505, 506, 420, 468, 469, 471 तथा 66 डी आईटी एक्ट के तहत दर्ज प्राथमिकी संख्या-186/24 का अनुसंधानकर्त्ता पीएसआई स्नेहा कुमारी को बनाया गया है।

वहीं थानाध्यक्ष अपनी विफलता को छुपाने के उद्देश्य से खबर को सच्चाई से दिखाने वाले पत्रकार पर ही झूठा मुकदमा दर्ज किया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नवादा लोकसभा सीट पर मतदान 19 अप्रैल को हुआ था। मतदान केंद्र की सुरक्षा में तैनात समस्तीपुर जिला बल के जवान उत्तम कुमार राउत की एसएलआर रायफल और 20 कारतूस 18 अप्रैल की रात्रि मतदान केन्द्र पर से ही चोरी हो गई थी।

हालांकि, पुलिस ने इस मामले में घटना के अगले दिन मतदान केन्द्र से कुछ दूरी पर एक ताड़ के पेड़ के नीचे झाड़ी से चोरी हुई रायफल और 20 कारतूस को लावारिश अवस्था में बरामद किया था। लेकिन, चोरी की घटना के नौ दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस चोरों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। सूत्रों की माने तो इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था।

अगले दिन पूछताछ कर सभी को निर्दाेश पाकर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने छोड़ दिया था। वहीं, इस घटना को कशिश न्यूज पर सबसे पहले खबर दिखाए जाने के बाद थानेदार ने कशिश न्यूज के संवाददाता सन्नी भगत पर एक झूठा मुकदमा मुख्य न्यायधीश के समक्ष दायर किया है। ज्ञात हो कि घटना के 9 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।

चोर अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर बताया जाता है। वहीं, पत्रकार को फर्जी तरीके से आरोपी बनाए जाने से जिलेभर के पत्रकारों में रोष है। रिपोर्टर पर एफआईआर की निंदा करते हुए पत्रकारों ने कहा है कि पुलिस अपनी विफलता को दबाने के लिए पत्रकारों के खिलाफ दमन की कार्रवाई कर रही है, ताकि पत्रकार डर से अपने कलम की धार को कुंद कर दे।

ज्ञात हो कि प्राथमिकी दर्ज करने वाले पकरीबरावां थानाध्यक्ष अजय कुमार इसके पूर्व जिले के अकबरपुर थाना के थानाध्यक्ष थे, जहां जिले के वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र नाथ भैया को थाली थाना के एक पुराना कोर्ट परिवाद के आधार पर अकबरपुर बाजार से गिरफ्तार कर उन्हें जलील किया था।
