बिहार का एकमात्र संस्थान शीर्ष 50 बिजनेस स्कूलों में शामिल, नई पीढ़ी के आईआईएम में सबसे आगे
Report by Nawada News Xpress / नवादा / सूरज कुमार

भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बोधगया ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में शानदार छलांग लगाते हुए प्रबंधन श्रेणी में 31वां स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि इसे बिहार का शीर्ष बिजनेस स्कूल बनाती है और नई पीढ़ी के सभी आईआईएम में अग्रणी स्थान पर स्थापित करती है।

लगातार प्रगति का प्रमाण
2023 में 53वें स्थान से 2025 में 31वें स्थान तक का सफर तय कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। शिक्षा मंत्रालय की वार्षिक रैंकिंग में शिक्षण, अनुसंधान, स्नातक परिणाम और समावेशिता जैसे मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। बिहार से देश के शीर्ष 50 प्रबंधन संस्थानों में शामिल होने वाला एकमात्र आईआईएम।

नेतृत्व और नवाचार का असर
निदेशक प्रो. विनीता एस. सहाय के नेतृत्व में आईआईएम बोधगया ने समग्र विकास, नवीन शिक्षण पद्धतियों और उद्योग-शैक्षणिक सहयोग पर जोर देकर प्रबंधन शिक्षा का नया मानक स्थापित किया है।

निदेशक ने कहा आईआईएम बोधगया को दुनिया में अग्रणी बनाना हमारा लक्ष्य
इस उपलब्धि पर अपनी खुशी साझा करते हुए निदेशक प्रो. विनीता एस. सहाय ने कहा: “आईआईएम बोधगया का यह प्रदर्शन हमारी संकाय, छात्रों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम है।

यह रैंकिंग हमें और अधिक नवाचार, अनुसंधान और वैश्विक मानकों पर आधारित प्रबंधन शिक्षा देने की प्रेरणा देती है। हमारा लक्ष्य न केवल बिहार और पूर्वी भारत बल्कि पूरे देश और दुनिया में आईआईएम बोधगया को एक अग्रणी बिजनेस स्कूल के रूप में स्थापित करना है।”

1,600 से अधिक छात्र, पाँच प्रमुख कार्यक्रम
संस्थान में फिलहाल देशभर से आए 1,600 से अधिक छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। जिसमें प्रमुख आवासीय कार्यक्रमों में एकीकृत प्रबंधन कार्यक्रम (आईपीएम) में एमबीए, डिजिटल बिजनेस मैनेजमेंट (डीबीएम) में एमबीए, स्वास्थ्य सेवा एवं अस्पताल प्रबंधन में एमबीए शामिल है।

पूर्वी भारत में उभरता प्रमुख बिजनेस स्कूल
यह उपलब्धि आईआईएम बोधगया की तेज़ और निरंतर प्रगति का प्रमाण है, जिसने इसे पूर्वी भारत का प्रमुख प्रबंधन संस्थान बना दिया है। यह न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश में शैक्षणिक उत्कृष्टता और क्षेत्रीय नेतृत्व का प्रतीक बनकर उभरा है।

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