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नवादा के पुरानी बाजार का सबसे पुराना रामनवमी शोभायात्रा का जानें इतिहास, 73 साल से निकाली जा रही शोभायात्रा में समय के साथ क्या-क्या हुआ बदलाव, पढ़ें पूरी खबर

वर्ष 1952 में निकलता था बैलगाड़ी पर राम-लक्ष्मण-सीता के साथ हनुमान की झांकी, समय के साथ बदला स्वरूप, अब मुम्बईया स्टाईल में ट्रॉली ट्रक पर निकाली जाने वाली झांकी बना आकर्षण का केंद्र

Report by Nawada News Xpress

नवादा / सूरज कुमार

रामनवमी पूजा के एक दिन बाद शहर के सबसे प्राचीन हनुमान मंदिर पुरानी बाजार से शोभायात्रा निकाले जाने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। वैसे तो नगर में दर्जनों स्थानों से रामनवमी शोभायात्रा निकाली जाती है, परंतु पुरानी बाजार हनुमान मंदिर का शोभायात्रा सबसे पुराना है। आजादी के बाद वर्ष 1952 में पहली बार यहां रामनवमी शोभायात्रा निकाले जाने की परम्परा शुरू हुई जो आज भी बरकरार है।

73 साल पूर्व शुरू हुई रामनवमी शोभायात्रा में बैलगाड़ी पर राम, लक्ष्मण, सीता तथा हनुमान सहित अन्य देवी देवताओं का झांकी निकला करता था, जिसमें पारम्परिक ढोल, नगाड़ा व हाथी-घोड़ा के साथ झांकी का अपना अलग ही स्वरूप हुआ करता था। पूरे जिले में एक मात्र शोभायात्रा पुरानी बाजार हनुमान मंदिर से ही निकाली जाती थी, जिसे देखने के लिए जिले भर के लोग जुटते थे।

रामनवमी शोभयात्रा के अखाड़ा में हिन्दू-मुस्लिम मिलकर खेलते थे लाठी
1950 के दषक में निकलने वाली पुरानी बाजार हनुमान मंदिर का रामनवमी शोभायात्रा में अखाड़ा भी निकाला जाता था, जिसमें युवाओं का उत्साह देखते बनता था। एक माह पूर्व से इसको लेकर तैयारी की जाती थी। अखाड़ा में भी एक से एक करतब दिखाया जाता था। इसमें सबसे बड़ी बात यह थी कि उन दिनों शोभायात्रा के अखाड़ा में हिन्दू-मुस्लिम हर धर्म के लोग भाईचारे के साथ अखाड़ा में उत्साह पूर्व लाठी खेलने जुटते थे।

समय के साथ रामनवमी शोभायात्रा का बदला स्वरूप
पुरानी बाजार हनुमान मंदिर के रामनवमी शोभायात्रा का स्वरूप समय के साथ बदलता गया। 80 के दषक झांकी के साथ टीवी-भीसीआर पर रामायण का प्रसारण लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया, ट्रैक्टर ट्रॉली पर रामायण का प्रसारण देखने के लिए लोग पूरे शोभायात्रा का हिस्सा बन जाते थे। इसके बाद 90 के दशक में वाहनों पर झांकी निकाली जाने लगी, जिसमें कई देवी-देवताओं का आकर्षक झांकी देखने लोग जुटते थे। सन 2 हजार के बाद से आधुनिक स्वरूप में रामनवमी शोभायात्रा निकलने लगी। जहां दूसरे प्रदेशों से कलाकार झांकी निकालने आते थे।

वर्तमान में पिछले तीन सालों से बम्बईया स्टाईल का झांकी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। मुंबईया स्टाइल में डाला ट्रक पर शोभायात्रा में कानपुर के भक्ति जागरण टीम आ रही है, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। गाजे-बाजे के साथ वानरों की सेना व भूत-पिशाच सहित समस्त देवी-देवताओं की झांकी निकाली जायगी। इसकी तैयारी में समिति के अध्यक्ष शास्वत राज, पूर्व वार्ड पार्षद रंजीत कुमार, कोषाध्यक्ष कार्तिक कुमार चौरसिया, पत्रकार सूरज कुमार, उपाध्यक्ष सूरज कुमार उर्फ छोटू, राजा कुमार, सौरव कुमार, मिथुन कुमार, आंकित कुमार, पंकज कुमार, बब्लू कुमार, विष्णु कुमार, पियूष कुमार, अमर कुमार तथा नारायण कुमार सहित दर्जनों लोग पूजा को सफल बनाने में दिनों भर जुटे रहे।

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