नवादा जिला अंतर्गत अकबरपुर प्रखंड के लेदहा गांव के ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय स्थित नगर थाना के समीप दिया धरना
ग्रामीणों ने लगाया विभागीय स्तर पर भ्रष्टाचार कर अन्यत्र जगह पर पंचायत सरकार भवन का भूमि चयन करने का आरोप
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड अंतर्गत लेदहा गांव में पंचायत सरकार भवन निर्माण कराने को लेकर भूमि चयन में किये गये भ्रष्टाचार पर आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को धरना दिया। नगर थाना के समीप धरना पर बैठे ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत सरकार भवन निर्माण कराने के लिए भूमि चयन में बड़े अस्तर पर किये गये भ्रष्टाचार प्रमाणित है।

ग्रामीणों ने बताया कि पहले अकबरपुर अंचल अधिकारी पत्रांक-851 दिनांक- 5 जून 2023 में झूठा प्रतिवेदन दिये कि लेदहा पंचायत मुख्यालय के अन्तर्गत बिहार सरकार की खाते की भूमि उपलब्ध नहीं है, जबकि हमारे आपत्ति आवेदन पर प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग के संज्ञान लेने पर 10 जनवरी 2025 को भूमि मापी में राजस्व कर्मचारी ने मुख्यालय गांव लेदहा में 40 डिसमिल जमीन बिहार सरकार के खाते की उपलब्ध पाया गया।

साथ ही हम ग्रामीणों ने जनहित की सुविधा के मद्देनज़र 2 जनवरी 2025 को शपथ-पत्र बनाकर आवेदन दिये कि सरकारी भूमि कम पड़ने पर या सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं रहने पर 50 डिसमिल रैयती भूमि निःशुल्क महामहिम राज्यपाल के नाम पर दान देकर निबंधन करने को तैयार हैं।

धरना के माध्यम से ग्रामीणों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कानून राज की घोषणा पर चलने वाली मौजूदा सरकार में उपर्युक्त उच्चस्थ आदेशों और जनहित की सुविधा की अनदेखी नहीं किया जाय और ग्राम पंचायत के मुख्यालय गांव लेदहा से हटकर पंचायत सरकार भवन निर्माण कराने पर रोक लगाया जाय।

वक्ताओं ने मांग किया कि जिला पंचायती राज पदाधिकारी नवादा के द्वारा 3 जनवरी 2025 के पत्रांक-30 के असंगत, भ्रष्ट एवं मनमाने आदेश पर भवन निर्माण को अविलंब रोक लगाकर सिस्टम पर लगे प्रमाणित भ्रष्टाचार के दाग को मिटाया जाय।

ग्रामीण वक्ताओं ने कहा कि न्याय के रक्षार्थ ग्राम पंचायत के मुख्यालय गांव लेदहा में उपलब्ध सरकारी खाते की भूमि और दान में दिये जा रहे भूमि को लेकर भवन निर्माण कराने की कृपा की जाय। धरना पर बैठे ग्रामीणों में अजय कुमार, पुनिया देवी, सुरेंद्र प्रसाद यादव, उमेश सिंह तथा अनुज यादव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।

