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नवादा में वायु प्रदुषण पर मंडराने लगा खतरा, शहर को प्रदुषण मुक्त बनाने को लेकर नप ने चलाया अभियान, पढ़ें पूरी खबर 

चुल्हा से दुकान में तिलकुट बनाने वाले कई दुकानदारों से वसूला जुर्माना, PM2.5 के लिए WHO की स्वच्छ हवा मार्गदर्शिका 25 μg/m3 है, वर्तमान नवादा में पूर्वानुमान है कि यह 90  μg/m3 तक पहुंच गया है, इसलिए नहीं है हवा साफ 

Report by Nawada News Xpress 

नवादा / सूरज कुमार 

नवादा में वायु प्रदुषण तेजी से बढ़ रहा है। PM2.5 के लिए WHO की स्वच्छ हवा मार्गदर्शिका 25 μg/m3 है। वर्तमान नवादा में पूर्वानुमान है कि यह 90 μg/m3 तक पहुंच गया है। इसलिए, हवा साफ नहीं है। इसको लेकर राष्ट्रीय प्रदुषण नियंत्रण दिवस पर नवादा नगर परिषद ने अभियान चलाया। राष्ट्रीय वायु प्रदुषण दिवस को लेकर नगर परिषद नवादा ने शहर वैसे दुकानों में जहां कोयले के चूल्हे का इस्तेमाल होता है,

वहां कोयला वाले चूल्हे को बंद करने का अभियान चलाया। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डॉ अजीत कुमार शर्मा ने नगर के पुरानी बाजार स्थित तिलकुट दुकानों में अभियान चलाकर जुर्माना वसूली किया और अगले दिन से कोयले के चूल्हे का उपयोग नहीं करने का सख्त हिदायत देते हुए दुकान सील कर देने की चेतावनी भी दिया। यह कार्रवाई लगभग शहर के सभी होटलों में किया गया है।

इस अभियान में नगर के लगभग 30 दुकानों में 300 से 500 रूपये तक जुर्माना भी वसूल किया गया, जिसमें कुल 12 हजार 200 रूपये वसूली किया गया। टीम में नप के राजेश रंजन सहित अन्य कर्मी मौजूद थे। नप के कार्यपालक पदाधिकारी डाॅ शर्मा ने बताया कि शहर में बढ़ती वायु प्रदुषण को रोकने के लिए यह अभियान चलाया गया है, जो आगे भी जारी रहेगा।

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का क्या है इसबार का थीम

2024 के लिए राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का थीम है “स्वच्छ वायु, हरित पृथ्वी संधारणीय जीवन की ओर एक कदम”। यह हमारी हवा, पानी और मिट्टी को प्रभावित करने वाले प्रदूषकों को कम करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को अपनाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देता है। यह थीम संधारणीय जीवन की दिशा में सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करती है, स्वस्थ भविष्य के लिए स्वच्छ हवा और हरी-भरी धरती की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।

वायु प्रदूषण के कारण हर साल दुनिया भर में करीब 70 लाख लोगों की मौत होती है। WHO के आंकड़ों के अनुसार, 10 में से 9 लोग उच्च स्तर के प्रदूषकों वाली हवा में सांस लेते हैं। कई सरकारी अधिकारी वायु प्रदूषण की निगरानी और वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए काम भी कर रहे हैं। वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के संपर्क में आने से कई तरह के खतरनाक स्वास्थ्य परिणाम सामने आते हैं। वायु प्रदूषण और बढ़ते AQI स्तरों ने देश के कई राज्यों में जीवन की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।

AQI का क्या है मतलब

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) यह मापता है कि हमारे आस-पास की हवा कितनी साफ़ या प्रदूषित है। यह PM2.5, PM10, कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसे हानिकारक कणों को मापता है। जैसे- AQI 50: से नीचे हवा स्वच्छ और सांस लेने के लिए सुरक्षित है।

AQI 51-100: अधिकांश लोगों के लिए वायु गुणवत्ता ठीक है, लेकिन जो लोग अधिक संवेदनशील हैं उन्हें यह परेशान कर सकती है। वहीं 300 से अधिक AQI: रहने पर यह वायु सभी के लिए खतरनाक और नुकसानदेह है, चाहे उनकी आयु या स्वास्थ्य कुछ भी हो। 

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