धनतेरस पर हुई करोड़ों की कारोबार, पारम्परिक खरीदारी के लिये बाजारों में उमड़ी भीड़, बर्तन, सर्राफा, इलेक्ट्रोनिक्स व वाहन मंडी रही गरम, सुबह से ही खचाखच भरी रही शहर की दुकानें
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

धनवंतरी पूजा यानि धनतेरस पर खरीदारी का पौराणिक महत्व माना जाता रहा है। दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है। मंगलवार को धनतेरस के इस अवसर पर लोगों ने जमकर खरीदारी की। सुबह से उमड़ी भीड़ देर रात तक दुकानों में लगी रही। लोग बर्तन, सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक व मोबाइल तथा वाहनों आदि की खरीदारी के लिये आपाधापी करते नजर आ रहे थे, इसके साथ ही परम्परा के अनुसार धनतेरस पर झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है।

वर्तमान में इलेक्ट्रॅानिक उपकरणों की मांग काफी बढ़ गयी है, इसके अलावा गाड़ियों की खरीदारी का भी अलग क्रेज बन गया है। पौराणिक परपंरा के अनुसान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन के दौरान, अमृत का कलश लेकर धनवंतरी प्रकट हुए थे, इस वजह से इस दिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन स्वास्थ्य रक्षा के लिए धनवंतरी देव की उपासना की जाती है।


इस पर्व को कुबेर का दिन भी माना जाता है और धन संपदा के लिए कुबेर की पूजा की जाती है। धनतेरस को लेकर हर लोग अपनी औकात के हिसाब से खरीदारी करने में जुटे हुए थे। बाजार में हर तरह के खरीदार नजर आ रहे थे, जिसमें किसी ने मंहगे समान की खरीदारी की, तो किसी ने झाड़ू खरीदकर धनतेरस की परंपरा को निभा रहे थे। अनुमानित तौर पर कहा जा रहा है कि पूरे जिले में करीब सौ करोड़ का कारोबार किया गया है, जबकि पिछले साल इससे कम का कारोबार किया गया था।


सर्राफा बाजार में सोने-चांदी व हीरे की जेवरों की रही धूम
धनतेरस को लेकर लक्ष्मी गणेश व रानी विक्टोरिया के चिन्ह वाले सोने-चांदी के सिक्कों की बिक्री हर साल रहती है। लेकिन, इसबार लोंगों ने इसके अलावा जेवरों की खरीदारी भी खूब की है। वहीं सोने-चांदी व डायमंड के ज्वेलरी की खरीदारी को लेकर दुकानों में ग्राहकों की भीड़ लगी रही। हर वर्ग के लोग अपने हिसाब से सोने-चांदी की खरीदारी कर परम्परा को निभाने में जुटे थे।

ज्वेलर्स की दुकानों में जेवरों की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ देर शाम तक लगी रही। नगर के सब्जी बाजार स्थित सागरमल ज्वेलर्स, विजय बाजार मोड़ स्थित तुलसी ज्वेलर्स तथा विजय बाजार स्थित हनी ज्वेलर्स में ग्राहक खरीदारी कर परम्परा का निर्वहन करने में जुटे रहे। इस दौरान इन दुकानों में ग्राहकों की भीड़ देखते बन रहा था। इसबार सोना -चांदी का रेट अधिक रहने के कारण पूरे जिले में करीब 30 से 35 करोड़ का कारोबार होने का आंकलन किया गया है।

ठठेरी गली में बर्तन की खरीदारी में रही आपाधापी
शहर के पुरानी बाजार ठठेरी गली में दर्जनों बर्तन दुकानों में दिनों भर ग्राहकों की भीड़ लगी रही। इतना ही नहीं देर शाम तक भी खरीदारी के लिए दुकानों में भीड़ थमने का नाम नहीं ले रहा था। कांसा, ताम्बा, पीतल और स्टील सहित फाइबर आदि के बर्तनों की खरीदारी जिस स्तर से लोगों ने की, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पूरे जिले में बर्तन का कारोबार करीब 2 करोड़ से से अधिक हुआ है।

इस मंडी में फुटपाथ पर भी दर्जनों दुकानें लगी रही, हालात ऐसी थी कि ठठेरी गली में लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था। बर्तन कारोबारी गोपाल प्रसाद, सुजीत कुमार, देव कृष्ण प्रसाद, प्रदीप कुमार, मनोज कुमार, कृष्णा प्रसाद तथा सूरज कुमार आदि कारोबारियों ने बताया कि आर्थिक मंदी के बाद भी ग्राहकों ने अपनी परम्पराओं को बरकरार रखते हुए देर रात तक खरीदारी करने में जुटे रहे। इस बार एंटिक सामानों में मुर्तियों का डिमांड अधिक देखा गया है। वहीं लगन नजदीक रहने के कारण लोग शादी-विवाह का बर्तन भी बिटिया को दान में देने के लिए खरीदारी कर रहे थे।

वाहनों की खरीदारी का क्रेज रहा बरकरार
विश्वकर्मा पूजा से ज्यादा महत्व वाहनों की खरीद के लिये धनतेरस को दिए जाने लगी है। जिले भर के वाहन शोरूम में करीब 40 से 45 करोड़ का कारोबार होने की जानकारी मिल रही है, जिसमें छोटी-बड़ी वाहनों के अलावा दुपहिया वाहन भी शामिल है। जिले के प्रसिद्ध स्वराज ट्रैक्टर शोरूम टीके ऑटोमोबाईल्स न्यू एरिया नवादा में ट्रैक्टर खरीदने को लेकर ग्राहकों की भीड़ सुबह से लगी रही।

संचालक संजय सिंह ने बताया इसबार उम्मीद से बेहतर कारोबार हुआ है। वहीं युवा होंडा शोरूम रामनगर में भी सुबह से बाइक की खरीदारी करने में लोग जुटे रहे। शोरूम संचालक श्याम अग्रवाल व राकेश कुमार ने बताया कि बाइक की आपूर्ति के लिये एक माह पूर्व से ही तैयारी की जा रही थी, साथ ही बुकिंग का काम भी चल रहा था।

इलेक्ट्रोनिक मंडी के हर सेक्टर में रही धूम
शहर के कई जाने माने इलेक्ट्रोनिक दुकानों में धनतेरस को लेकर खरीदारी का उफान रहा। इसबार व्यवसाय प्रभावित होने की डर में अचानक धनतेरस में बाजार बूम कर गया, जिसके बाद भीड़ को देखते हुए अनुमान के अनुसार कारोबार किया गया। शहर के प्रसिद्ध साईं कम्प्यूटर व कम्प्यूटर इंफोटेक खरीदी बिगहा व साईं कम्प्यूटर इंदिरा चौक के संचालक अरविन्द कुमार ने बताया कि इसबार लैपटॉप की बिक्री खूब रही।

ग्राहकों ने विभिन्न कंपनियों के नये वर्जन वाला लैपटॉप खूब पसंद किया। वहीं माथुर इलेक्ट्रनिस के संचालक सुबोध माथुर ने बताया कि जिस उम्मीद के साथ धनतेरस की तैयारी की गई थी, उससे बेहतर रिजल्ट मिला है। उन्होंने बताया कि प्रोडक्ट के साथ कई तरह का उपहार भी दिया जा रहा है। इसबार करीब 10 से 15 करोड़ का कारोबार इलेक्ट्रॉनिक मंडी में होने की सम्भावना जतायी जा रही है।

धनतेरस में परंपरागत नये झाड़ु की खूब हुई खरीदारी
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने की परम्परा आदि-अनादिकाल से चली आ रही है। दीपावली त्योहार का शुभारम्भ धनतेरस के दिन से होती है। इस दिन दीपावली के प्रथम दीया जलाने से पूर्व नये झाड़ू से सफाई किया जाता है। पंडित विद्याधर पांडेय बताते हैं कि यह परम्परा आदि-अनादिकाल से चली आ रही है। माता लक्ष्मी का प्रवेश स्वच्छ स्थानों पर होता है, इसलिए धनतेरस में पहला दीया जलाने के पूर्व नये झाड़ू से घरों की साफ-सफाई की जाती है, उसके बाद दीया जलाया जाता है। इस पराम्परा को लेकर हिन्दु धर्म के लोगों द्वारा धनतेरस में झाड़ू की खरीदारी सबसे अहम माना गया है। जिले भर में करीब 20 लाख से अधिक झाड़ू बेचे जाने का आंकलन किया गया है, इस लिहाज से झाड़ू का कारोबार पूरे जिले में करीब 2 करोड़ से अधिक होने की आंकलन की जा रही है। (नोट-इस खबर में दिया गया आंकड़ा अनुमानित है इसकी पुष्टि nawada news xpress प्रमाणित नहीं करता है)
