मृतका के मायके वालों ने ससुराल के परिजनों पर लगाया हत्या का आरोप, पुलिस ने शव किया बरामद
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा में इन दिनों ससुराल में बहूओं की मौत की घटनाएं आम हो गई है। आये दिन किसी न किसी इलाके में बहूओं के मौत की घटनाएं सामने आ रही है, जो इस बात का प्रमाण है कि बहू-बेटियां आज भी पुरुष प्रधान समाज में एक अभिशाप बनी हुई है।

पिछले दस दिनों में यह तीसरी घटना सामने आई है, जिसमें बहू की ससुराल में संदिग्ध मौत हुआ है। ताजा मामला नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चंडीपुर (मकनपुर) गांव की है, जहां एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थित में मौत हो गई। वहीं मृतका के मायके वालों ने बेटी की हत्या करने का आरोप ससुराल वालों पर लगाया है।

घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। अपनी बहन की शव के साथ नवादा सदर अस्पताल पहुंचे शेखपुरा जिला अर्न्तगत सिरारी थाना क्षेत्र के सिरारी गांव निवासी अजित सिंह का पुत्र सिन्टू सिंह ने बताया कि मेरी बहन की हत्या की गई है।

उन्होंने बताया कि मेरी बहन आरती देवी की शादी लगभग 13 वर्ष पूर्व नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मकनपुर, चंडीपुर गांव निवासी अर्जुन सिंह का पुत्र रविश कुमार के साथ उचित दान दहेज देकर हिंदु रिति रिवाज से हुई थी।

शादी के बाद मेरी बहन तीन संतान भी हुआ। उन्होंने बताया कि मेरा बहनोई रविश कुमार के साथ उनके परिजन मेरी बहन पर अर्धविक्षिप्त होने का आरोप लगाकर बराबर मारपीट व प्रताड़ित करते थे। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ माह पूर्व मेरी बहन ससुराल के परिजनों के खिलाफ वारिसलीगंज थाना में मारपीट

और प्रताड़ित करने को लेकर प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी, बावजूद न तो मेरा बहनोई में कोई सुधार हुआ और ना ही उनके परिवार में कोई बदलाव हुआ। उसके बाद भी उनलोगों के द्वारा मारपीट करने तथा प्रताड़ित करने का सिलसिला जारी रहा।

अंततः शनिवार की शाम मेरी बहन को जहर देकर ससुराल वालों ने हत्या कर दिया। बहन की हत्या करने का आरोप लगाते हुए मृतका के भाई सिन्टू ने बहनोई, उसके भाई, सास तथा अन्य परिजनों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर स्थानीय थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।

अब सवाल यह उठता है कि ससुराल में विवाहिता की हत्या का जो सिलसिला चल रहा है, इसके लिए महिला सशक्तिकरण का जो अभियान सरकार द्वारा चलाई जा रही है वह क्यों कारगर साबित नहीं हो रहा है, यह बड़ा सवाल बन गया है।
