प्रताड़ना का दंश झेल रही पत्नी को पति व ससुराल वालों ने पीट-पीटकर किया हत्या, पुलिस ने सास-ससुर को किया गिरफ्तार, पति सहित अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कर रही छापेमारी
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले में एक सनसनी फैलाने वाली खबर सामने आई है, जिसमें जितिया का भात खाने से पहले ही तीन संतानों के सिर से सदा के लिए उठ गया मां की साया। जिस मां ने अपनी संतानों की दिर्घायु के लिए जितिया व्रत कर रही थी, उसी का पति मौत का सौदागर निकला।

दरअसल यह मामला जिले के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत शिवनारायण बिगहा गांव की है, जहां पति सहित ससुराल वालों ने बहू की पीट-पीटकर हत्या कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंच त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतका के सास-ससुर को गिरफ्तार कर लिया,

वहीं शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। बताया जाता है कि मृतका तीन बच्चों की मां फुलवंती देवी की शादी 17 साल पहले नगर थाना क्षेत्र के शिवनारायण बिगहा गांव निवासी भुवनेष्वर मांझी के पुत्र सुनील कुमार से हुई थी।

मायके के परिजनों का आरोप है कि शादी के बाद से अक्सर मृतका फुलवंती देवी को प्रताड़ित किया जा रहा था। कई बार पति-पत्नी के बीच समझौता भी कराया गया, बावजदूद ससुराल वालों ने मिलकर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। परिजनों ने बताया कि मृतका का सिर फटा हुआ था और शरीर पर जख्म के निशान थे।

पुलिस अधिकारियों ने उपस्थित लोगों से घटना की जानकारी ली। जिसके बाद एफएसएल की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर आवश्यक साक्ष्य इकट्ठा किया। इस सम्बंध में नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अविनाश कुमार ने बताया कि इस घटना में संलिप्त मृतका की सास व ससुर को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

उन्होंने बताया कि अपनी पत्नी की हत्यारा पति सुनील मांझी तथा उसके दो भाई फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। गौरतलब हो कि इस घटना के ठीक एक दिन पूर्व भी एक विवाहिता का शव घर में पंखे से लटका मिला था, जिसमें पुलिस ने उसके पति को गिरफ्तार किया था।

इस घटना में भी मृतका का पांच वर्षीय मासूम के सिर से उसकी मां का साया सदा के लिए उठ गया है। बहू और बेटियों की प्रताड़ना कर की जा रही निर्मम हत्या ने मानवता को कलंकित कर दिया है। ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों पर सख्त कार्रवाई से ही बहू-बेटियों की प्रताड़ना में कमी आ सकती है।
