अस्पताल को बदनाम करने की साजिश करने वालों पर अस्पताल प्रबंधन करेगी मानहानि का मुकदमा
प्रेसवार्ता कर चेयरमैन अविनाश कुमार ने कहा एक फेसबुकिया रिपोर्टर के उकसाने पर उग्र हुए थे लोग, हमारा काम जीवन दान देना है किसी का जान लेना नहीं
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा के प्रसिद्ध धर्मशीला देवी हॉस्पिटल में पिछले दिनों 22 सितम्बर 2024 को अस्पताल परिसर में हुई तोड़-फोड़ की घटना को अस्पताल प्रबंधन ने एक सोची समझी साजिश बताया। इसको लेकर बुधवार को उक्त अस्पताल में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए चेयरमैन अविनाश कुमार ने बताया कि हमारा काम मरीजों का जान लेना नहीं बल्कि उनको जीवन दान देना है।

उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने पूरी घटना के सन्दर्भ में तथ्यों को मीडिया के सामने रखने का काम किया। उन्होंने बताया कि जिस तरीके से अस्पताल परिसर मे तोड़-फोड़ की गई, अभद्र भाषाओं का इस्तेमाल किया गया और डॉक्टर्स और मेडिकल स्टॉफ पर जानलेवा हमला किया गया, इसकी अस्पताल प्रशासन घोर निंदा करती है।

उन्होंने कहा कानून के अनुसार किसी भी परिस्थिति मे ऑन ड्यूटी डॉक्टर्स पर हमला करना या अस्पताल में तोड़-फोड़ करना बेहद ही संगीन अपराध माना गया है। जिस तरीके से अस्पताल की गाड़ी पर हमला किया गया, जिसमें अस्पताल की महिला चिकित्सक एवं एक अन्य डॉक्टर मौजूद थे, उससे लगता है कि यह सुनीयोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है।

उन्होंने कहा कि इस घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि अस्पताल की छवि धूमिल करने कि कुछ लोगों द्वारा साजिश रची जा रही है। चेयरमैन अविनाश कुमार ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टर्स द्वारा अब तक कई मरीजों का सफल उपचार कर नया जीवन दिया जा चूका है, जिसमें कई का निःशुल्क उपचार भी किया गया है। ऐसे में अस्पताल को बदनाम करना किसी साजिश के तहत ही हो सकता है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में अस्पताल को सुरक्षा प्रदान करने में पुलिस प्रशासन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, इसके लिये अस्पताल प्रबंधन उनका आभार व्यक्त करती है। अस्पताल प्रबंधन ने तोड़-फोड़ करने वाले व डॉक्टर्स पर जानलेवा हमला करने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन को लिखित शिकायत सौंपा गया है, जिसपर जिला प्रशासन ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

बदनाम करने वाले फेसबुकिया रिपोर्टर पर किया जा रहा मुकदमा
चेयरमैन अविनाश कुमार ने बताया कि एक और मामले को अस्पताल प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि जिस तरीके से एक निजी फेसबुक न्यूज़ चैनल द्वारा तथ्यहीन आधार पर अस्पताल की छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई है, उसे भी एक साजिश का हिस्सा मानती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से फेसबुकिया रिपोर्टर के द्वारा लोगों की भीड़ को उकसाया गया और अस्पताल एवं डॉक्टर्स की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई,

उसके खिलाफ अस्पताल प्रबंधन कानूनी कर्रवाई करने का निर्णय लिया है। गौरतलब कि नवादा जैसे छोटे शहर में समस्त संसाधनों से लैस महानगरों वाली सुविधाएं और काबिल चिकित्सकों की टीम से लैस धर्मशीला देवी हॉस्पिटल किसी वरदान से कम नहीं है। अस्पताल के सर्जन डॉ सौरभ भारद्वाज ने बताया कि जिस दिन यह घटना हुई उसी दिन एक व्यक्ति गोली लगा हुआ भर्ती हुआ था, जिसके शरीर से सफलता पूर्वक गोली निकलकर उसका जान बचाया गया था।

बावजूद लोग बेहतर कार्य को भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी चिकित्सक किसी मरीज को मारने के लिए नहीं उसको बचाने के लिए इलाज करता, चिकित्सक भगवान नहीं है। ऐसे में जीवन और मौत भगवान के हाथ में होता, इस बात को लोगों को समझने की जरुरत है। मौके पर अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ ब्रजेश सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
