डीएम ने कहा नवादा में अमन-चैन बहाल रहे इसके लिए जिला प्रशासन है कटिबद्ध, एसपी ने कहा आसूचना संकलन में लापरवाही बरतने वाले एक एसआई को किया गया लाईन हाजिर
समाहरणालय सभागार में प्रेसवार्ता आयोजित कर डीएम-एसपी सहित सभी आलाधिकारियों ने घटना को लेकर की जा रही कार्रवाई व राहत कार्य की दी जानकारी, पीड़ित 34 परिवारों के बीच जिला प्रशासन ने वितरण किया 37 लाख 14 हजार 500 रूपये
अफवाहों से बचने का डीएम व एसपी ने किया अपील, कहा शांति-व्यवस्था कायम रखने में मीडिया की भूमिका अहम
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत देदौर के कृष्णा नगर महादलित टोला में असमाजिक तत्वों द्वारा दर्जनों घरों को आग के हवाले करने के तीन दिनों बाद डीएम व एसपी ने पूरे मामले का खुलासा मीडिया के समक्ष कर दिया है। शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सभागार में डीएम आशुतोष कुमार वर्मा तथा एसपी अभिनव धीमन ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर बताया कि इस पूरी घटना के पीछे भूमि विवाद है।

उन्होंने कहा कि उक्त जमीन पर टाइटिल सूट संख्या- 22/95 नवादा व्यवहार न्यायालय में लम्बित है। उन्होंने बताया कि यह मामला काफी पूराना है, जिसमें अब तक जो जानकारी प्राप्त की गई है उसमें पेडेषनल सर्वे में वह जमीन गैरमजरूआ था, लेकिन रिविजनल सर्वे में यह रैयती हो गया। जो व्यक्ति दावेदार है उसके विरूद्ध न्यायालय में मामला विचाराधीन है।

उन्होंने बताया कि 29 मई 2024 को न्यायालय द्वारा एक आदेष पारित किया गया है, जिसमें लैंड डिस्पुटेड बताया गया है। जिसका रिपोर्ट शुक्रवार की शाम तक उपलब्ध करा लिया जायगा। उन्होंने बताया कि इस घटना में कुल 34 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसमें 21 घर पूर्णतः क्षतिग्रस्त हुआ है तथा 13 घरों को आंशिक क्षति पहुंचा है। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश पर राहत कार्य जारी है।

उक्त घरों के प्रभावित 34 परिवारों को अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति प्रावधानों के तहत राहत राशि का प्रथम किस्त के रूप में एक-एक लाख रूपये के अलावा फल के लिए 150-150 रूपये, वस्त्र के लिए 25-25 सौ रूपये, बर्तन एवं घरेलू सामान के लिए 25-25 सौ रूपये तथा गृह क्षति राहत कोष से 41-41 सौ रूपये सहित कुल- 37 लाख 14 हजार 500 रूपये दिया गया है। मौके पर डीडीसी प्रियंका रानी, अपर समाहर्ता चन्द्रशेखर आजाद, सदर एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ सदर-वन अनोज कुमार, एसडीपीओ सदर-टू सुनील कुमार, गोपनीय प्रभारी राजीव सिन्हा तथा प्रभारी डीपीआरओ अमरनाथ सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

एसपी ने कहा 28 नामजद में 15 को भेजा गया जेल, एक एसआई को किया गया लाईन हाजिर
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी अभिनव धीमन ने बताया कि इस घटना को लेकर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर 28 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है, जिसमें 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है तथा शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड पर लेकर विस्तृत जानकारी प्राप्त की जायगी। एसपी ने बताया कि इस घटना में आसूचना संकलन करने में लापरवाही बरतने वाले मुफस्सिल थाना के एसआई निलेश कुमार को लाईन हाजिर किया गया है।

उन्होंने कहा कि आसूचना संकलन करने वालों की जांच की जा रही है। जिस पदाधिकारी या पुलिस कर्मी की लापरवाही पायी जायगी तो उनपर भी कार्रवाई होना तय है। उन्होंने कहा कि फिलवक्त तीन डीएसपी, एक दंडाधिकारी सहित 60 पुलिस जवानों को 8-8 घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर जमुई और डेहरी-ऑन-सोन से बीएमपी जवानों को मंगाया गया है, इसके अलावा जिले के रिजर्व पुलिस बलों को भी लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर अफवाह फैलाने वाले व शांति व्यवस्था भंग करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायगा।
