पत्थर खदान के सुरक्षा कर्मी की बेरहमी से पिटाई के बाद हुई थी मौत, अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर अब अकबरपुर व नेमदारगंज थानाध्यक्ष को भी दी गई जिम्मेदारी
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के थाली नक्सल थाना क्षेत्र के खखन्दुआ पत्थर खदान क्षेत्र में भगवती स्टोन क्रसर के सुरक्षा कर्मी विनोद सिंह हत्याकांड में अब तक किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। घटना को लेकर पुलिस की ओर से एसडीपीओ रजौली गुलशन कुमार का आधिकारिक बयान जारी किया गया है।

जिसमें कांड के अब तक की प्रगति की जानकारी दी गई है। एसडीपीओ की ओर से जारी बयान को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया गया है, जिसमें एसडीपीओ द्वारा कहा गया है कि घटनास्थल का निरीक्षण करने पर यह बात सामने आई कि आरोपित पक्ष के लोग उक्त खदान में पूर्व से काम किया करते थे।

बरसात में काम बंद होने के कारण उनलोगों को हटा दिया गया था। वे लोग स्थानीय हैं और अब भी वहां काम करना चाह रहे हैं। द्वेष भाव में उक्त गार्ड के साथ मारपीट की गई, जिसमें उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कांड का अनुसंधान किया जा रहा है। अनुसंधानकर्ता को जरूरी निर्देश दिए गए हैं।

आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। एसडीपीओ ने बताया कि फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। एसआईटी का गठन किया गया है। अकबरपुर व नेमदारगंज थानाध्यक्ष को भी इस काम में लगाया गया है। टेक्निकल टीम का भी सहयोग लिया जा रहा है।

क्या थी पूरी घटना
बता दें कि शुक्रवार 30 अगस्त की रात्रि खखंदुआ भगवती स्टोन क्रसर के सुरक्षा कर्मी विनोद सिंह की बेरहमी से पिटाई की गई थी। रात में ही डायल 112 को सूचना देकर घटनास्थल पर बुलाया गया था। 112 की टीम घायल को अकबरपुर पीएचसी में इलाज के लिए लेकर पहुंची थी।

वहां से उन्हें सदर अस्पताल लाया गया था। सदर अस्पताल से भी उन्हें हायर संस्थान रेफर किया गया था। 01 सितंबर रविवार को पटना के अपोलो अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। रविवार की रात शव को सदर अस्पताल लाया गया था। सोमवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ था।

इस मामले में भाजपा नेता व परिजनों पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप लगाया था। जिसके बाद एसपी के द्वारा थाली थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष ललन कुमार को पुलिस लाईन हाज़िर कर दिया गया था। बावजूद घटना के चार-पांच दिन बीत गए हैं।

किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। भाजपा नेता व पूर्व विधायक अनिल सिंह और पार्टी के जिलाध्यक्ष अनिल मेहता ने भी इस कांड में पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे। फिलवक्त किसी भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस के लिए चुनौती बन गई है।



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