रात 12 बजते ही हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की जायघोष से भक्तिमय हुआ माहौल
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा के प्रसिद्ध गोवर्द्धन धाम मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को मध्यरात्रि के बाद कान्हा के प्रकट होते ही गोवर्द्धन मंदिर परिसर प्रेम, वात्सल्य, बालसुलभ चेष्टाओं और बधाई गीतों के सुमधुर तान से गूंज उठा। हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने बृंदावन और गोकुलवासियों को भी पीछे छोड़ते हुए सोहर के धुन पर नाचने लगे।

सूरदास का वात्सल्य रस मंच से छलकने लगा और माखन मिश्री, दुग्ध-दही का प्रसाद ग्रहण करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दिखने लगी। पूर्व श्रम राज्य मंत्री राजबल्लभ प्रसाद के सौजन्य से प्रतिवर्ष आयोजित इस महान अनुष्ठान का जजमानी विधायक विभा देवी, एमएलसी अशोक यादव समेत समस्त राजबल्लभ परिवार ने किया।

दक्षिण शैली के वास्तुकला से निर्मित बिहार के श्रेष्ठ मंदिरों में सुमार गोवर्द्धन मंदिर में इस वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर दूसरे जिलों के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। उन भक्तों ने मंदिर की प्रशंसा करते हुए इसे गोवर्द्धन धाम के रूप में प्रस्तुत किया।

मंदिर में प्रातः काल से ही अनुष्ठान की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जिसमें विद्वान आचार्यों द्वारा विधिवत पूजन-अर्चना किया गया। संध्या 6 बजे से भजन संध्या एवं मनभावन झांकियों का आयोजन किया गया, जिसमें नामचीन कलाकारों ने सुमधुर संगीत से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।

बीच-बीच में कृष्ण के नटखट अदाओं और उनकी भिन्न-भिन्न लीलाओं से संबंधित आकर्षक झांकियां भी प्रस्तुत की गई, जो श्रद्धालुओं को झूमने के लिए विवश कर रहा था। मंदिर समिति के सचिव महेंद्र यादव ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ से हम सभी उत्साहित हैं।

पूर्व मंत्री राजबल्लभ प्रसाद ने नवादा जिले को एक अद्भुत सौगात दिया है जिसे अनंतकाल तक याद किया जायगा। उन्होंने बताया कि यज्ञाचार्य कुमार गौरव शास्त्री के दिशानिर्देश से सजाये गए लीला मंच पर कलाकारों ने शिव-पार्वती की झांकियां प्रस्तुत करते हुए भक्ति रस से सभी को सराबोर कर दिया।

वहीं दूसरी तरफ नगर के पुरानी बाजार सागरमल राधा कृष्ण मंदिर, प्रसाद बिगहा दुर्गा मंदिर में स्थापित राधा कृष्ण की प्रतिमा के अलावा शोभनाथ मंदिर में भव्य पूजा का आयोजन किया गया, जहां महिलाओं ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर बधाई गीत गाते हुए देर रात तक झुमती रही।




