मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर ग्राहकों से लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का किया गया है गबन, मामला रजौली पीएनबी से है जुड़ा
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा जिले के रजौली में पंजाब नेशनल बैंक के मेट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर ग्राहकों से डेढ़ करोड़ रुपए की राशि गबन का मामला ने सनसनी फैला दिया है। इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक सहित 6 बैंक कर्मी को निलंबित कर दिया गया है।

निलंबित कि जाने वाले बैंक कर्मियों में पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक राकेश पांडेय उर्फ राकेश रंजन, स्पेशल ऑफिसर सुधीर कुमार, विवेक कुमार, हेड क्लर्क विकास कुमार, कैशियर विकास कुमार तथा क्लर्क केशव कुमार शामिल है। मामले का खुलासा तब हुआ जब मंगलवार को पटना से पंजाब नेशनल बैंक के तीन सदस्यीय टीम मामले की जांच करने के लिए सुबह लगभग 10 बजे रजौली स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा पहुंची।

विगत 2-3 दिनों से जांच टीम के द्वारा रजौली स्थित शाखा में जांच की जा रही थी। पटना से आई जांच टीम के द्वारा कुछ भी बताने से साफ इनकार किया जा रहा है। जिससे रजौली स्थित ब्रांच में पदस्थापित अन्य बैंक कर्मियों के भी गबन के मामले में फंसने की संभावनाएं प्रतीत हो रही है। फिलहाल पंजाब नेशनल बैंक के कई कर्मी शक के घेरे में है।

बताया जाता है कि पंजाब नेशनल बैंक के जोनल हेड के निगरानी में पूरे मामले की जांच चल रही हैं और जैसे-जैसे बैंक कर्मियों की संलिप्तता इस गबन में सामने आ रही है। वैसे-वैसे सभी को निलंबित किया जा रहा है। बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पता चला है कि मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी पंजाब नेशनल बैंक से टैगिंग है और यहीं से पंजाब नेशनल के अकाउंट होल्डरों को मेटलाइफ का जानकारी देकर उसका इंश्योरेंस कराया जाता था।

कैसे होता था गबन का खेल
बैंक सूत्रों से जो जानकारी मिली है उससे यह पता चला है कि बैंक कर्मी शाखा प्रबंधक के साथ मिली भगत करते हुए मेट लाइफ के नाम से ही एक अकाउंट अपने ब्रांच में खोलकर रखे हुए थे तथा ग्राहक से मेट लाइफ इंश्योरेंस में पैसा जमा करने के नाम पर चेक लेते थे और इस अकाउंट में पैसा को डेबिट करते हुए निकालते थे।

मेटलाइफ में सालाना जमा करने के नाम पर बैंक कर्मी मेटलाइफ के उपभोक्ताओं से मोटी रकम लेकर सालाना जमा करने के नाम पर चेक लेते थे और अपने अकाउंट में क्रेडिट कर पैसा को डेबिट कर लेते थे। रजौली के निवासी संजय कुमार अधिवक्ता ने बताया कि मार्च के महीने में उनसे मेटलाइफ में पैसा जमा करने के नाम पर 5 लाख का सेल्फ चेक लिया गया था।

उनके खाते से पैसे की निकासी भी हो गई, लेकिन आज तक मेट लाइफ इंश्योरेंस में पैसा नहीं जमा हो पाया है। इस पूरे महाघोटाला में मेट लाइफ इंशोयरेन्स कंपनी के कर्मी विजय कृष्ण का अहम भूमिका है इसी के द्वारा रजौली पंजाब नेशनल बैंक में पदस्थापित पूर्व ब्रांच मैनेजर के साथ साठगांठ करते हुए पंजाब नेशनल बैंक के अन्य कर्मी के सहयोग से बैंक के भोले-भाली ग्राहकों को मेट लाइफ में इंशोयरेन्स के नाम इन्वेस्ट करवाया और बड़े पैमाने पर घोटाले की प्रक्रिया को अंजाम दिया है।

इस घोटाले में अब तक पंजाब नेशनल बैंक में पदस्थापित पांच कर्मियों पर बैंक के उच्च अधिकारियों के द्वारा निलंबन की कार्रवाई की गई है। पंजाब नेशनल बैंक के वरीय अधिकारी के द्वारा बारीकी से पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है। पिछले दो दिनों से पटना से आई जांच टीम मेट लाइफ इंशोयरेन्स से जुड़े एक-एक दस्तावेज और इससे जुड़े कस्टमर को बुलाकर गहन पूछताछ किया जा रहा है।

साथ ही इस पूरे घोटाले प्रकरण मामले में शामिल कर्मियों के उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। पूरा मामला प्रकाशन में आने के बाद पंजाब नेशनल बैंक मेट लाइफ इंशोयरेन्स कराने वाले उपभोक्ताओं में हड़कंप मच गया है। इस संबंध में घोटाले की जांच करने आये अधिकारी से जब पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से परहेज करते नजर आये। फिलवक्त इस घोटाले का शिकार हुए ग्राहकों को अपने राशि की वापसी का इंतजार है।
