Homeपर्यटनलम्बे अरसे के बाद सैलानियों को मिलेगा ककोलत जलप्रपात की शीतलता का...

लम्बे अरसे के बाद सैलानियों को मिलेगा ककोलत जलप्रपात की शीतलता का आनंद, इस तिथि को सीएम नीतीश करेंगे उद्घाटन, पढ़ें पूरी खबर 

वारिसलीगंज में भी मुख्यमंत्री चीनी मिल के भूमि पर करेंगे सीमेंट फैक्ट्री का शिलान्यास, जिलेवासियों को मिलेगा एक साथ दो-दो सौगात

सावन में कांवरियों को ककोलत के शीतल जलप्रपात का आनंद लेने का मिलेगा मौका, सौंदर्यीकरण को लेकर कई सालों से बंद था ककोलत जलप्रपात 

Report by Nawada News Xpress 

नवादा / सूरज कुमार 

नवादा को एक साथ दो-दो सौगात देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 जुलाई को नवादा आ रहे हैं। मुख्यमंत्री नवादा के वारिसलीगंज में चीनी मिल की भूमि पर बनने वाली सीमेंट फैक्ट्री का शिलान्यास व ककोलत जल प्रपात में किये गये सौन्दर्यीकरण कार्य का उद्घाटन करेंगे।

पिछले कई सालों से जिले का कश्मीर कहे जाने वाले ऐतिहासिक शीतल जल प्रपात का आनंद सैलानी नहीं ले पा रहे थे। यहां के सौन्दर्यीकरण कार्य में हो रहे विलम्ब के कारण लोग ककोलत का लुफ्त नहीं उठा पा रहे थे। लेकिन, अब आम नागरिक ही नहीं बल्कि देवघर से आने वाले कांवरिया भी ककोलत के शीतल जलप्रपात व सौन्दर्यीकरण का आनंद उठा सकेंगे।

बताया जाता है कि ककोलत का गाथा महाभारत काल से जुड़ा है, जहां अज्ञातवास के क्रम में पांडव यहां आये थे। इतना ही नहीं यहां के शीतल जल में औषधीय गुण भी है। बता दें कि बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत का सौंदर्यीकरण का कार्य वन विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इस कारण पिछले तीन वर्षों से ककोलत सैलानियों के आने-जाने के लिए बंद कर दिया गया था।

यहां, कई कार्य कराए जा रहे हैं, जिसमें वाटर फॉल के पास कुंड का निर्माण, नीचे में वृद्ध व बच्चों के लिए कुंड का निर्माण, चिल्ड्रेन पार्क का निर्माण, सुरक्षा कर्मियों के लिए बैरक का निर्माण, सीढ़ियों का निर्माण, रेलिंग का निर्माण, चेंजिंग रूम का निर्माण, वाहन पार्किंग स्थल का निर्माण, शौचालय का निर्माण, पेजयल की व्यवस्था, वेंडिंग जोन का निर्माण, गेस्ट हाउस, प्रशासनिक भवन का निर्माण तथा आकर्षक गेट का निर्माण सहित अन्य कार्य किये जा रहे हैं।

ककोलत जिले के गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र में स्थित है। पहाड़ों के उपर से गिरती जलधारा की शीतलता सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। हालांकि, लम्बे समय तक यह विकास से उपेक्षित रहा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान इस ओर गया तो उन्होंने यहां का दौरा किया। ककोलत सौन्दर्यीकरण के लिये करीब 15 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए।

तीन चरणों में काम पूरा होना था। मई 2024 तक काम पूरा होने का लक्ष्य था। लेकिन बीच-बीच में बाढ़ की उग्रधारा के कारण कार्य बाधित होता रहा। पहली बार मुख्यमंत्री 30 दिसंबर 2018 को ककोलत पहुंचे थे। पिछली बार मुख्यमंत्री 27 मई 2022 को आए थे, तब उन्होंने कहा था कि काेरोना के कारण काम बाधित हुआ,

अब काम को तेज करने का निर्देश दिया गया है। लेकिन, पिछले महीने हुई बारिश की उग्रधारा ने मंसूबे पर पानी फेर दिया। निर्माण से संबंधित कई सामग्री को उग्रधारा बहा ले गयी, जिससे समय पर कार्य पूरा नहीं होने के कारण ककोलत का सौन्दर्यीकरण में बिलम्ब से सैलानियों के लिए खोल पाना तत्काल संभव नहीं हो पा रहा था।

परंतु, जैसे ही मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन का कार्यक्रम तय हुआ, तो यहां के कार्य को अंतिम रूप देने में तेजी ला दिया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के आगमन की प्रशासनिक तैयारियां आरंभ कर दी गयी है। सीएम के आगमन सड़क मार्ग से होने की संभावना के कारण सड़कों का रंग रोगन भी किया जा रहा है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

You cannot copy content of this page