मेसकौर में पुलिस पर बालू माफियाओं का हमला, दो जवान घायल, प्राथमिकी दर्ज
खनन विभाग की अनदेखी व लापरवाही के कारण बालू माफिया सक्रिय, विभागीय मिली भगत से बालू माफियाओं का मनोबल बढ़ा
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा से बड़ी खबर सामने आया है, जिसमें जिले के मेसकौर थाना क्षेत्र स्थित पवई बालू घाट पर बालू माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान दो पुलिस के जवान घायल हो गए।

पुलिस ने माफियाओं पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है। पवई बालू घाट में बालू के अवैध खनन की सूचना पर कार्रवाई करने गई मेसकौर थाना की पुलिस पर बालू माफियाओं द्वारा हमला किये जाने की सूचना बाद घटना स्थल पर पहुंची मेसकौर थाना की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए

एक ट्रैक्टर, एक बाइक एवं एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। वहीं, पुलिस की आने का भनक लगते ही बालू माफिया और उसके गुर्गे फरार हो गए। इधर, बालू माफियाओं द्वारा किया गया हमले में घायल पुलिसकर्मियों को स्थानीय सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

घटना के संबंध में मेसकौर थानाध्यक्ष रुपेश कुमार ने बताया कि शनिवार की सुबह गुप्त सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र ढाढ़र नदी में थाना क्षेत्र के पवई गांव के समीप बालू माफियाओं द्वारा अवैध बालू का खनन कर कई ट्रैक्टर से बालू का उठाव किया जा रहा है। सूचना के बाद मेसकौर पुलिस दलबल के साथ चिन्हित स्थल पर पहुंचे, जहां से ट्रैक्टर पर अवैध बालू लोड कर ले जाया जा रहा था।

पुलिस को आता देख ट्रैक्टर चालक बालू लदे ट्रैक्टर के डाला को काटकर ट्रैक्टर लेकर भागने लगा, जिसे पुलिस ने जब्त कर थाना ले जा रही थी। इसी दौरान ट्रैक्टर पकड़े जाने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में बालू माफिया और उसके गुर्गे पुलिस टीम पर हमला कर दिया और पुलिस से जबरन ट्रैक्टर छुड़ाकर ले भागे।

पुलिस पर हुए हमले में थाना में पदस्थापित सिपाही सह चालक अनुज कुमार दुबे एवं सृष्टि सिन्हा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसका इलाज स्थानीय सीएचसी में कराया जा रहा है। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुबीर कुमार ने बताया कि घायल सिपाही अनुज कुमार दुबे को चेहरे पर एवं सिर में सात टांके लगाने पड़े हैं।

जबकि सृष्टि सिन्हा को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दिया गया है। वहीं, पुलिस पर हुए हमले के बाद मेसकौर थानाध्यक्ष रुपेश कुमार के नेतृत्व में थाना की पुलिस कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक ट्रैक्टर एवं एक बाइक को भी जब्त किया गया है। इसके अलावा पुलिस अन्य हमलावरों की तलाश में छापेमारी कर रही है।

खनन विभाग की मिली भगत से बालू माफियाओं का बढ़ा मनोबल
गौरतलब हो कि इन दिनों देश भर में चार माह के लिए नदी से सीधे बालू उठाव पर रोक लगा दिया गया है। ऐसे में विभाग अपनी जिम्मेदारी को खानापूर्ति कर रही है। जिला खनन पदाधिकारी ऐसे बालू माफियाओं पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। जिसके कारण सिविल पुलिस अपनी कर्तव्यों का निर्वहन करने के कारण लगातार बालू माफियाओं की हमले का शिकार हो रही है।

इधर, सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार खनन विभाग जिले में स्टॉक प्वाईंट बनाने में शुभ लाभ के चक्कर में अभी तक प्रयाप्त स्टॉक प्वाईंट चालू नहीं किया है, जिन स्टॉक प्वाईंट के लिए संवेदकों द्वारा सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, वैसे लोगों का भी लाइसेंस निर्गत नहीं किया जा रहा है। इन हालातों में लोगों के बालू की जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। जिसका फायदा बालू माफिया उठा रहे हैं। यही वजह है कि बालू माफियाओं के हमले का शिकार पुलिस जवान हो रहे हैं।
