पुराने जमीनी विवाद को लेकर जेठ ने अपने सहयोगियों से कराया हत्या, एसपी ने किया खुलासा
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा में छह दिनों पूर्व एक जुलाई 2024 को मुफस्सिल थाना क्षेत्र में जिस महिला की गोली मारकर हत्या की गई थी, उसका खुलासा एसपी ने कर दिया। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि जिस जेठ ने हत्या करवाया उसी के बयान पर प्राथमिकी भी दर्ज किया गया। मृतक महिला का जेठ जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव निवासी स्व भगवान सिंह का पुत्र राजेश प्रसाद है।

राजेश के बयान पर केस दर्ज होने के बाद कांड का अनुसंधान प्रारंभ किया गया था। उक्त जानकारी देते हुए एसपी अम्बरीष राहुल ने इस संबंध में घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ सदर-2 हिसुआ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। तकनीकी एवं मानवीय आसूचना के आधार पर एसआईटी द्वारा अनवरत प्रयास कर इस घटना का सफल उद्भेदन कर लिया गया है।

क्या है पूरा मामला- वर्ष 2014 से चल रहा था भूमि विवाद
घटना का मुख्य कारण वर्ष 2014 से चला आ रहा भूमि विवाद है। वर्ष 2014 में ग्राम-दौलतपुर, थाना-वारिसलीगंज के देवेन्द्र लाल अपनी 7 डिसमिल जमीन अपने ही गांव के राजेन्द्र सिंह को रजिस्ट्री करने जा रहे थे, तभी उनका अपहरण कर लिया गया था, जिसमें इस कांड के वादी राजेश प्रसाद और उनके भाई विवेक सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

भूमि संबंधी यह विवाद वहीं समाप्त नहीं हुआ। वर्ष 2017 में उक्त जमीन के क्रेता राजेन्द्र सिंह के पुत्र अनिल सिंह पर गांव की ही एक नाबालिग बच्ची से बलात्कार का आरोप लगाया गया, जिसमें उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इतना ही नहीं भगवान सिंह के पुत्र विवेक सिंह के नेतृत्व में बलात्कार के पीड़ित पक्ष द्वारा अनिल सिंह की पत्नी को डायन घोषित कर सार्वजनिक रूप से गांव में घुमाया गया। जिस संबंध में वारिसलीगंज थाना में कांड दर्ज हुआ था।

इस घटना की प्रतिक्रिया में वर्ष 2018 में अनिल सिंह के पुत्र गुड्डू कुमार द्वारा अन्य लोगों के सहयोग से विवेक सिंह की हत्या कर दी गयी, जिस मामले में गांव के 11 लोगों को अनुसंधानोपरांत आरोपित किया गया। इसी क्रम में वर्ष 2023 में रिटायर्ड लिपिक उपेन्द्र सिंह की हत्या गोली मारकर कर दी गयी थी, जिसमें अनिल सिंह के पुत्र सुधांशु उर्फ लाला एवं एक अन्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इस दौरान आपसी वैमनस्य को समाप्त करने के लिए उक्त घटनाओं में शामिल प्रभावित पक्षों द्वारा समझौता किया गया,

जिसमें उक्त विवादित जमीन मृतक विवेक सिंह की विधवा ममता देवी को 29 जून 2024 को रजिस्ट्री कर दिया गया।रजिस्ट्री के ठीक एक दिन बाद एक जुलाई 2024 को संध्या करीब 7:30 बजे जब ममता देवी अपने जेठ राजेश प्रसाद के साथ बाइक से अपने गांव जा रही थी, तभी रास्ते में उनकी हत्या कर दी गयी। एसपी ने बताया कि कांड के अनुसंधान में यह बात प्रकाश में आया कि यह घटना राजेश प्रसाद द्वारा अपने सहयोगी मनोज सिंह की मदद से की गयी, क्योंकि वे समझौते से नाखुश थे और चाहते थे कि उक्त जमीन उनके नाम से रजिस्ट्री की जाए।

गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों का है अपराधिक इतिहास
एसपी श्री राहुल ने बताया कि षड्यंत्र की योजना में इन दोनों के अतिरिक्त रौशन कुमार उर्फ चिरकुट, जो मनोज सिंह का भांजा है, वह भी शामिल था तथा घटना में प्रयुक्त अग्नेयास्त्र उसी ने उपलब्ध कराया था। ज्ञात हो कि रौशन कुमार उर्फ चिरकुट वर्ष-2021 में नवादा शहर में हुयी एक हत्या के मामले में पूर्व में जेल में था एवं हाल ही में छूटकर आया है।

मनोज सिंह भी अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है तथा हाल ही में नगर थाना के गोनावां में फायरिंग की घटना में जेल से छूटकर आया है। वहीं राजेश प्रसाद पर भी अपराधिक मामले दर्ज है। एसपी ने बताया कि राजेश प्रसाद वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर निवासी स्व भगवान सिंह का पुत्र है तथा नगर थाना क्षेत्र के गोनावां निवासी चंद्रशेखर सिंह का पुत्र मनोज सिंह व गोनावां का ही रहने वाला सुधीर सिंह का पुत्र रौशन कुमार उर्फ चिरकुट है।

एसपी ने बताया कि इस घटना से करीब 10-12 दिन पूर्व में भी ममता देवी की हत्या मार्ग में ही करने का प्रयास उस वक्त किया गया था जब वे अपने गांव ऑटो से जा रही थी। परंतु मार्ग में कहीं एकांत जगह नहीं मिलने के कारण घटना को अंजाम नहीं दिया जा सका। गिरफ्तार तीनों अपराधियों के पास से पुलिस ने एक रिवॉल्वर, एक पिस्टल, 2 कारतूस तथा घटना में प्रयुक्त बाइक को जब्त किया गया है।
