रजौली एसडीओ ने की बड़ी कार्रवाई, कहा गरीबों को घटिया चावल आपूर्ति कर रहे मील मालिक, बड़े-बड़े माफिया और सम्बंधित विभागों का मचा है लूट
प्रभारी मंत्री डॉ प्रेम कुमार से रजौली विधायक ने गरीबों को घटिया अनाज दिये जाने की शिकायत पर दिया गया था कार्रवाई का आदेश
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा में एसएफसी के माध्यम से पीडीएस द्वारा गरीबों को जो अनाज दिया जा रहा है वह जानवरों के खाने लायक भी नहीं है। मिलरों द्वारा विभागीय मिली भगत से जो अनाज गरीबों को परोसा जा रहा है वह काफी घटिया है।

इस मामले को जब रजौली एसडीओ आदित्य कुमार पियूष ने गंभीरता से लिया तो राशन में क्रप्शन की पोल खुल गई। नवादा में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत घटिया चावल की आपूर्ति कर लाखों का बारा-न्यारा करने वाले जिले के चार मिलरों पर सोमवार को रजौली एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष ने प्राथमिकी दर्ज कराई है,

ताकि व्यवस्था में सुधार हो सके। बता दें कि नवादा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेम कुमार के सामने रजौली के विधायक प्रकाश वीर ने गरीबों के मिलने वाले चावल को जानवरों के खाने लायक भी नहीं बताया गया था, जिसके बाद मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिए थे।

फिर क्या था, रजौली एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष ने अपने अनुमंडल क्षेत्र के डीलरों की बैठक बुलाकर घटिया चावल का नमूना की मांग की थी। उन्होंने बताया कि डीलरों ने इतना खराब चावल लाया, जिसे जानवरों को भी नहीं खिलाया जा सकता था।

निश्चित तौर पर मिल मालिकों के इस तरह का रवैया अमानवीय कहा जा सकता है। एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष ने घटिया चावल आपूर्ति करने वाले मां तारा एग्रो राइस मिल वारिसलीगंज, त्रिमुला राइस मिल नारदीगंज, दरावां राइस मिल कौआकोल तथा तेयार राइस मिल के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।

अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि सरकारी दर पर मिलने वाले अनाज सब मिलाकर लगभग 38 रुपये किलो की दर से पड़ता है। जिसकी भरपाई देश के अधिकारियों, व्यवसाईयों तथा नागरिकों द्वारा दिए गए टैक्स के पैसे से की जाती है। वहीं राइस मिल मालिक इसे खैरात समझकर घटिया चावल आपूर्ति कर रुपए लूटने में लगे हैं।

जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीबों को लूटने वाले इन मिल मालिकों के विरुद्ध जांच कर सख्त अपराधिक कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसा कोई करने की हिम्मत भी ना करें।

एसडीओ द्वारा मिल मालिकों पर प्राथमिकी दर्ज कराए जाने से जिले के मिलरों, सहकारिता विभाग व एसएफसी सहित अनाज माफियाओं में हड़कंप की स्थिति कायम हो गई है। मिल मलकों द्वारा घटिया चावल की आपूर्ति के खेल में कई बड़े माफिया और सफेदपोश की गर्दन फंस सकती है।

