ERSS यानि इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम जो बाइक से शहरवासियों की हर आपात सेवा में रहेगा तत्पर
नवादा शहर को मिला 8 ERSS बाइक, जो डायल 112 के तहत हर जरूरतमंद की करेगी मदद
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा शहरी क्षेत्र में अब विदेशों की तरह नवादा पुलिस भी नये सिस्टम ERSS के तहत काम करना शुरू कर दिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई एवं जनता तक जल्दी सहायता पहुंचाने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा ERSS के अंतर्गत 8 बाइक नवादा जिला को उपलब्ध कराया गया है।

जिसे शनिवार को नगर थाना में प्रेसवार्ता के उपरांत एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस सिस्टम के द्वारा शहरी क्षेत्र के गलियों में गश्ती एवं जनता की त्वरित कार्रवाई तथा बैंक चेकिंग करने को लेकर तत्पर रहेगी। एसपी ने बताया नवादा शहरी क्षेत्र को चार जोनों में बांटा गया है। सभी जोनों में दो-दो बाइक उपलब्ध कराया गया है। इससे नवादा शहरी क्षेत्र में 24 घंटे पुलिस की उपस्थिति और बेहतर ढंग से बनी रहेगी

तथा जहां चारपहिया वाहन नहीं पहुंचेगी, वहां यह यह बाइक पहुंचकर त्वरित कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि इसका सेवा लेने के लिए जरुरतमंदों को डायल 112 से सम्पर्क करना होगा। उन्होंने बताया कि किसी भी आपात घड़ी में इसका सेवा लिया जा सकता है। एसपी ने बताया कि सड़क दुर्घटना, अगलगी तथा कोई भी अपराधिक आदि घटनाओं में यह सेवा त्वरित रुप से काम करेगी। ERSS बाइक को आपात के हर संसाधनों से लैस किया गया है।

क्या है ERSS का फ़ुल फ़ॉर्म
ERSS का फ़ुल फ़ॉर्म इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम (Emergency Response Support System) है। यह एक ऐसी प्रणाली है, जिसके माध्यम से आपात स्थिति में ज़रूरतमंद लोगों को तेज़ और कुशल तरीके से मदद और संचार की सुविधा दी जाती है। इस प्रणाली के तहत, किसी भी तरह की इमरजेंसी में फंसे व्यक्ति को सिर्फ़ एक कॉल करके मदद मिल जाती है।

इसके लिए, पीड़ित को 112 नंबर पर कॉल करना होता है। कॉल आते ही कंप्यूटर अपने-आप पीड़ित का मामला रजिस्टर कर लेता है और एक यूनीकोड जेनरेट करता है। इसकी जानकारी पीड़ित के मोबाइल पर भी भेज दी जाती है। साथ ही, कॉलर का मोबाइल नंबर और बाकी की जानकारी ERSS के कंट्रोल रूम में मॉनिटर पर दिखने लगती है।

आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र यानि डायल 112 पर वॉयस कॉल, ईमेल, पैनिक बटन सक्रिय कॉल तथा 112 इंडिया मोबाइल ऐप के ज़रिए आपातकालीन कॉल प्राप्त कर सकते है। गृह मंत्रालय ने अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए डेडीकेटेड इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम स्थापित करने का प्रोग्राम तैयार किया है। हर प्रदेश में कॉल ट्रैकर और कॉल मॉनिटर करने के लिए अलग से कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।

यह सिस्टम महिलाओं, लड़कियों के साथ-साथ किसी भी प्रकार के इमरजेंसी में फंसे व्यक्ति को एक कॉल पर सहायता उपलब्ध कराएगी। आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) आपात स्थिति में नागरिकों के लिए समस्त भारत में एकल नंबर डायल 112 आधारित सेवा दी जा रही है।भारत सरकार की पहल पर इमरजेंसी में सुरक्षा पाने के लिए पूरे देश में डायल 112 नंबर 14 फरवरी 2019 से जारी किया गया है।
