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व्यवहार न्यायालय के कर्मियों ने क्यों काला बिल्ला लगाकर जताया विरोध, मनाया ब्लैक डे, पढ़ें पूरी खबर 

प्रदेश सरकार पर भेदभव का आरोप लगाते हुए ब्लैक डे के तहत किया कार्य 

Report by Nawada News Xpress 

नवादा / सूरज कुमार 

नवादा व्यवहार न्यायालय के समस्त कर्मियों ने सोमवार को ब्लैक डे मनाते हुए काला बिल्ला लगाकर अदालती कार्य के निष्पादन में अपना योगदान दिया।

बिहार सरकार के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय पटना के द्वारा जारी आदेश का अनुपालन नहीं किये जाने के विरोध में न्यायालय कर्मियों ने विरोध के रूप में कल्ला बिल्ला लगाकर कार्य किया।

इतना ही नही प्रदेश सरकार के द्वारा आदेश का अनुपालन नहीं किये जाने पर एक जुलाई से अनिश्चित काल कार्य से अलग रहने का निर्णय लिया है। यह ब्लैक डे प्रदेश के सभी न्यायालयों के कर्मियों द्वारा अपने-अपने न्यायालय में मनाया गया है, जहां कार्यरत कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया।

बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय ने 9 अक्टूबर 2009 को पारित आदेश में निर्देश दिया था कि शेट्ठी कमीशन के सभी अनुशंसाओं को एक अप्रैल 2003 से लागू किया जाय।

इस आदेश का अनुपालन प्रदेश सरकार के द्वारा अभी तक नहीं किया गया है। प्रदेश सरकार के द्वारा आदेश का अनुपालन नहीं किये जाने के विरोध में बिहार राज्य के सभी व्यवहार न्यायालयों के कर्मी सोमवार को ब्लैक डे के रूप में मनाते हुए कला पट्टी लगाकर अपने कार्यों का निपटारा किया।

साथ ही एक जुलाई से सभी न्यायालय कर्मी अपने-अपने कार्यों का बहिष्कार करने का भी निर्णय लिया है। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष के द्वारा इसकी जानकारी उच्च न्यायालय के साथ-साथ सम्बंधित जिला जज को भी दे दी गई है। संघ का आरोप है कि प्रदेश की सरकार व्यवहार न्यायालय के कर्मी के साथ भेद-भाव कर रही है।

गौरतलब हो कि सरकार के विरोध में नवादा व्यवहार न्यायालय के सभी कर्मी सोमवार को काला बिल्ला लगाकर विरोध जताते हुए अदालती कार्य का निपटारा तो किया, लेकिन मांग पूरा नहीं होने पर एक जुलाई से जो अनिश्चित कालीन हड़ताल होगा, उसका खामियाजा हर लोगों को भुगतना होगा।


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