अमृत भारत स्टेशन योजना से जुड़ गया नवादा स्टेशन, मिली 21.54 कारोड़ की सौगात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रिमोट से किया शिलान्यास, अब होगा नवादा स्टेशन अत्याधुनिक संसाधनों से लैस, होगा कायाकल्प
नवादा स्टेशन पर इस सौगात को लेकर सुबह से जुटे रहे जिलेवासी और जनप्रतिनिधि
नवादा सांसद चंदन सिंह व राज्य सभा सांसद विवेक ठाकुर ने शिलापट्ट से पर्दा हटा किया योजनाओं का शिलान्यास
शिलान्यास मौके पर नवादा विधायक विभा देवी, वारिसलीगंज विधायक अरूणा देवी, नप अध्यक्ष पिंकी कुमारी के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता सहित कई नेताओं की रही उपस्थिति
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

अमृत भारत स्टेशन योजना कार्यक्रम नए भारत की नई कार्य संस्कृति का प्रतीक है। आज भारत जो करता है अभूतपूर्व स्पीड से करता है, आज भारत जो करता है अभूतपूर्व स्केल से करता है। आज के भारत ने छोटे-छोटे सपने देखना छोड़ दिया है। हम बड़े सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए दिन रात एक कर देते हैं।

यही संकल्प इस विकसित भारत-विकसित रेलवे कार्यक्रम में दिख रहा है। उक्त बातें सोमवार को अमृत भारत स्टेशन योजना कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कही। उन्होंने इस कार्यक्रम में देशभर से जुड़े सभी साथियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि हमारे साथ 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों और डेढ़ हजार से ज्यादा दूसरी जगहों से लाखों लोग जुड़े हैं।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार में आम हो या खास सभी को सम्मान मिला है और वे लोग हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी की उपस्थिति में आज एक साथ रेलवे से जुड़ी 2000 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, जिसमें पूर्व मध्य रेल अंतर्गत दानापुर मंडल के किउल-गया रेलखंड पर स्थित नवादा स्टेशन भी शामिल है। इस दौरान कई मॉडर्न इंगलिश स्कूल, गुरुदेव इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल और डीपीएस स्कूल के छात्र व छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की गई, वहीं पूर्व में आयोजित की गई प्रतिायोगिता में सफल छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।

मौके पर नवादा सांसद चंदन सिंह, भाजपा के राज्य सभा सांसद विवेक ठाकुर, वारिसलीगंज के भाजपा विधायक अरूणा देवी, नवादा के राजद विधायक विभा देवी, भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता, नगर परिषद अध्यक्ष पिंकी कुमारी तथा भाजपा वाणिज्य प्रकोष्ठ के प्रदेश कोषाध्यक्ष रवि गुप्ता आदि के अलावा दानापुर मंडल के सिनियर डीईएन गतिशक्ति प्रतीक रस्तोगी, नवादा के एसएसई तारकेश्वर प्रसाद, सीटीआई नवादा अंजन सिवान, डीईएन जावेद अख्तर तथा स्टेशन प्रबंधक अरूण कुमार सहित कई रेल पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। मंच संचालन सीटीआई दानापुर आरके सिन्हा ने किया।

प्रधानमंत्री ने लोक सभा चुनाव से पहले ही तीसरे टर्म में एनडीए की सरकार बनने की कह दी बड़ी बात
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि अभी तो इस सरकार के तीसरे टर्म की शुरुआत जून महीने से होने वाली है। अभी से जिस स्केल और जिस स्पीड पर काम होना शुरू हो गया है, वो सबको हैरत में डालने वाला है। कुछ दिन पहले मैंने जम्मू से एक साथ आईआईटी-आईआईएम जैसे दर्जनों बड़े शिक्षा संस्थानों का लोकार्पण किया। कल ही मैंने राजकोट से एक साथ 5 एम्स और अनेक मेडिकल संस्थानों का लोकार्पण किया और अब आज का यह कार्यक्रम में 27 राज्यों के करीब 300 से अधिक जिलों में 550 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प का शिलान्यास हुआ है, जिसमें देष भर के स्टेशनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सोमवार को 1500 से ज्यादा रोड, ओवरब्रिज, अंडरपास इसकी परियोजनाएं भी इसमें शामिल हैं। 40 हज़ार करोड़ रुपये की यह परियोजनाएं एक साथ जमीन पर उतर रही है।

उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले ही हमने अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरुआत की थी, तब भी 500 से अधिक स्टेशन्स के आधुनिकीकरण पर काम शुरु हुआ था, अब यह कार्यक्रम इसे और आगे बढ़ा रहा है, जो दिखाता है कि भारत की प्रगति की रेल किस गति से आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देश के विभिन्न राज्यों के नागरिकों को शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि मोदी जब विकसित भारत की बात करता है, तो इसके सूत्रधार और सबसे बड़े लाभार्थी देश के युवा ही हैं। आज की इन परियोजनाओं से देश के लाखों नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि मैं देश के हर नौजवानों को बताना चाहता हूं कि आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। आपका सपना आपकी मेहनत और मोदी का संकल्प, यही विकसित भारत की गारंटी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन उस शहर की विशेषताओं से दुनिया को परिचित कराएगा। इन स्टेशनों के निर्माण में दिव्यांगों और बुजुर्गों की सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है।

एक दशक में एनडीए की केंद्र सरकार में रेल का हो गया कायाकल्प
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल सम्बोधन में कहा कि बीते 10 वर्षों में हम सभी ने एक नया भारत बनते देखा है और रेलवे में तो परिवर्तन साक्षात हम अपनी आंखों के सामने देख रहे हैं। जिन सुविधाओं की हमारे देश के लोग कल्पना किया करते थे, लोगों को लगता था कि काश भारत में ऐसा भी होता, वह आज हम आंखों के सामने होता हुआ देख रहे हैं। एक दशक पहले तक वंदे भारत जैसी आधुनिक सेमी-हाईस्पीड ट्रेन के बारे में कभी सोचा भी नहीं था और सुना भी नहीं था, किसी सरकार ने कभी बोला भी नहीं था।

एक दशक पहले तक अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेन की कल्पना बहुत मुश्किल थी। एक दशक पहले तक नमो भारत जैसी शानदार रेल सेवा के बारे में किसी ने कभी सोचा नहीं था। एक दशक पहले तक विष्वास ही नहीं हो पाता था कि भारतीय रेल का इतनी तेज़ी से विद्युतीकरण होगा, जिसे हमने कर दिखाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दशक पहले तक मानवरहित फाटक भारतीय रेल की एक पहचान बन चुकी थी, जो एक आम तस्वीर थी। आज ओवरब्रिज, अंडरब्रिज से बे-रोकटोक और दुर्घटना रहित आवाजाही सुनिश्चित हुई है। एक दशक पहले तक लोगों को लगता था कि एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं सिर्फ पैसे वालों के ही भाग्य में हैं। आज गरीब और मिडिल क्लास के लोग रेलवे स्टेशन पर भी एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैें।

वर्चुअल सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने पूर्व की सरकार पर किया प्रहार
दशकों तक रेलवे को हमारे यहां की स्वार्थ भरी राजनीति का शिकार होना पड़ा। लेकिन अब भारतीय रेलवे, देशवासियों के लिए ईजी ऑॅफ ट्रेवल का मुख्य आधार बन रही है, जिस रेलवे को हमेशा घाटे में होने का रोना रोया जाता था, आज वही रेलवे परिवर्तन के सबसे बड़े दौर से गुजर रही है। यह सब कुछ इसलिए हो रहा है कि भारत 11वें नंबर से छलांग लगाकर 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गई है। 10 साल पहले जब हम 11वें नंबर पर थे, तब रेलवे का औसत बजट 45 हज़ार करोड़ रुपये के आसपास रहता था, आज जब हम 5वें नंबर की आर्थिक ताकत है, तो इस वर्ष का रेल बजट ढाई लाख करोड़ रुपये से अधिक का है। उन्होंने कहा कि आप कल्पना कीजिए, जब हम दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेंगे, तो हमारा सामर्थ्य कितना अधिक बढ़ेगा, इसलिए मोदी भारत को जल्द से जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए जी-जान से जुटा हुआ है।

प्रधानमंत्री ने कहा देश में घोटाले बाज नहीं जायेंगे बख्शे
वर्चुअल सम्बोधन के दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा आपको एक और बात ध्यान रखनी है। नदी-नहर में पानी चाहे कितना भी क्यों न हो, अगर मेढ़ टूटी हुई हो तो किसान के खेत तक बहुत ही कम पानी पहुंचेगा। इसी तरह बजट चाहे कितना भी बड़ा हो, अगर घोटाले होते रहें, बेईमानी होती रही, तो जमीन पर उस बजट का असर कभी नहीं दिखता। बीते 10 वर्षों में हमने बड़े-बड़े घोटालों और सरकारी पैसों की लूट को बचाया है, इसलिए बीते 10 वर्षों में नई रेलवे लाईन बिछाने की गति दोगुनी हुई। उन्होंने कहा आज जम्मू-कश्मीर से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक, ऐसे स्थानों तक भी भारतीय रेल पहुंच रही है, जहां लोगों ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। ईमानदारी से काम हुआ, तभी ढाई हज़ार किलोमीटर से अधिक के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम हुआ है, यानि आपने टैक्स और टिकट के रूप में जो पैसा दिया, उसकी पाई-पाई आज रेल यात्रियों के हित में ही लग रही है। हर रेल टिकट पर भारत सरकार करीब-करीब 50 प्रतिशत डिस्काउंट देती है।

रेलवे के विकास से रोजगार के बढ़ रहे अवसर
प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे बैंक में जमा पैसे पर ब्याज़ मिलता है, वैसे ही इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगी हर पाई से कमाई के नए साधन बनते हैं, नए रोजगार बनते हैं। जब नई रेल लाईन बिछती है, तो मजदूर से लेकर इंजीनियर तक अनेक लोगों को रोजगार मिलता है। सीमेंट, स्टील तथा ट्रांसपोर्ट जैसे अनेक उद्योगों व दुकानों में नई नौकरियों की संभावनाएं बनती हैं, यानि आज जो ये लाखों करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है, वह हज़ारों प्रकार के रोजगार की गारंटी भी है।

जब स्टेशन बड़े और आधुनिक होंगे, ज्यादा ट्रेनें रुकेंगी, ज्यादा लोग आएंगे, तो आसपास रेहड़ी-पटरी वालों को भी इससे फायदा होगा। हमारी रेल छोटे किसानों, छोटे कारीगरों तथा हमारे विष्वकर्मा साथियों के उत्पादों को बढ़ावा देने वाली है। इसके लिए वन स्टेषन वन प्रोडक्ट योजना के तहत स्टेशन पर विशेष दुकानें बनाई गई हैं। हम रेलवे स्टेशनों पर हजारों स्टॉल लगाकर उनके उत्पाद बेचने में भी मदद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय रेल यात्री की सुविधा ही नहीं है, बल्कि देश की खेती और औद्योगिक प्रगति का भी सबसे बड़ा वाहक है।

रेल की गति तेज़ होगी, तो समय बचेगा। इससे दूध, मछली, फल तथा सब्ज़ी जैसे अनेक उत्पादन तेज़ी से मार्केट पहुंच पाएंगे। इससे उद्योगों की लागत भी कम होगी और इससे मेक इन इंडिया को आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति मिलेगी। आज पूरी दुनिया में भारत को निवेश के लिए सबसे आकर्षक माना जा रहा है, इसका एक बड़ा कारण आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी है। आने वाले 5 वर्षों में जब ये हज़ारों स्टेशन आधुनिक हो जाएंगे और भारतीय रेल की क्षमता बढ़ जाएगी, तो निवेश की एक और बहुत बड़ी क्रांति आएगी।



