प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन सम्बोधन के माध्यम से दर्शकों को संबोधित करते हुए विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में राष्ट्रीय संस्थानों के महत्व को किया रेखांकित
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

आईआईएम बोधगया के अत्याधुनिक स्थायी परिसर का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 20 फरवरी को उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह की पूजा के साथ हुई, जहां आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ विनीता एस सहाय, फैकल्टी सदस्य एवं सभी छात्र परमात्मा से आशीर्वाद लेने के लिए पूजा में उपस्थित हुए।

संस्थान के सभागार- ‘निरंजना’ में कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। लेफ्टिनेंट जनरल पीएस मिन्हास, एवीएसएम, कमांडेंट तथा ओटीए गया इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए, जहां छात्रों और फैकल्टी सदस्यों सहित वहां उपस्थित सभी को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए अपने प्रेरक शब्दों के साथ संबोधित किया। समारोह में गया के सांसद विजय कुमार भी शामिल हुए।

पीएम ने किया ऑनलाइन सम्बोधन
प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन सम्बोधन के माध्यम से दर्शकों को संबोधित करते हुए विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में राष्ट्रीय संस्थानों के महत्व को रेखांकित किया। आईआईएम निदेशक ने प्रधानमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त करते हुए माइंडफुल बिज़नेस लीडर्स का निर्माण करने वाले संस्थान के मूल्यों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।

उन्होंने प्रमुख मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए, पहले बैच में केवल 30 छात्रों के साथ 2015 में शुरू हुई संस्थान की यात्रा से आज तक के अथक परिश्रम कारगर साबित हुआ, जहां आईआईएम बोधगया के परिसर में 5 पूर्ण आवासीय कार्यक्रमों में अध्ययन करने वाले 26 से अधिक राज्यों के 1100 से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

आईआईएम बोधगया समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों का निर्वहन करने में हमेशा तत्पर दिखाई देता है, जिसके तहत संस्थान द्वारा आस-पास के 5 गांवों में ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ तथा ‘हैप्पी पीरियड्स’ जैसे विभिन्न समाज-कल्याण सम्बन्धी कार्यक्रम कराये जाते हैं।

एक नई शुरुआत का प्रतीक बना आईआईएम बोधगया
उद्घाटन समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसके बाद परिसर के क्रिकेट मैदान में संयुक्त लंच का प्रबंध किया गया, जहां सभी अतिथि, गणमान्य व्यक्ति, फैकल्टी सदस्य एवं स्टाफ सदस्यों सहित सभी छात्र-छात्राएं एकत्रित हुए।

यह दिन आईआईएम बोधगया के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक बन गया है, जिसमें संस्थान के स्थायी परिसर का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया गया। यह संस्थान ‘निरंजना’- ऑडिटोरियम, ‘प्रज्ञता’- लाइब्रेरी, ‘उरुवेला’- शैक्षणिक भवन, ‘उड़ान’ नामक स्पोर्ट्स भवन तथा ‘धन्वंतरि’ मेडिकल ब्लॉक के साथ-साथ सभी सुविधाओं से लैस छात्रों एवं फैकल्टी तथा स्टाफ सदस्यों के आवास व अत्याधुनिक स्मार्ट कक्षाएं शामिल हैं, जो संस्थान के वैश्विक शिक्षा का केंद्र बनने की दृष्टि से मेल खाती हैं।

उद्घाटन के दौरान छात्रों का उत्साह देखते बन रहा था। बता दे कि IIM बोधगया बिहार के लिए किसी बड़े उपलब्धि से कम नहीं है, अब IIM में पढ़ने की इच्छा रखने वालों को दूसरे प्रदेश जाने की जरूरत नहीं है।

