छह साल बाद भी पुलिस नहीं कर सकी साध्वियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार
हाई कोर्ट के आदेश पर भी पुलिस ने नहीं किया गिरफ्तारी, एसपी से भी लगा चुकी गुहार
गोविंदपुर के बहियार गांव स्थित संत कुटीर आश्रम से जुड़ा है मामला, 12 दिसम्बर 2017 को हुई थी घटना
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बहियार गांव स्थित संत कुटीर आश्रम में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता साध्वियों का मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। पिछले छह सालों से न्याय की बाट जोह रही पीड़ित साध्वियों ने एसपी अम्बरीष राहुल से मुलाकात कर उनसे सामूहिक दुष्कर्म मामले में फरार चल रहे दो प्रमुख आरोपितों की गिरफ्तारी की गुहार लगाई है।

एसपी से मिलने समाहरणालय उनके कार्यालय पहुंची साध्वियों ने मीडिया को बताया कि आरोपित कल्याण चौधरी व गिरिजा शंकर चौधरी पिछले छह वर्षों से फरार चल रहे हैं, जिसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। फरार चल रहे आरोपियों द्वारा जान मारने की धमकी भी दिया जा रहा है।

गौरतलब हो कि छह साल बाद भी साध्वियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है, जिसकी वजह से पीड़िता कोर्ट से पुलिस कार्यालय तक चक्कर लगा रही है। पटना हाईकोर्ट के आदेश का भी तामिला नवादा पुलिस नहीं कर पायी है।

इस संबंध में पीड़िता ने एक बार फिर से एसपी अम्बरीष राहुल से मुलाकात कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गुहार लगाई है। बताया जाता है कि इस मामले में पटना हाईकोर्ट ने 10 अक्टूबर 2022 को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए चार हफ्ते का समय दिया था, बावजूद अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

सेवादारों ने किया था सामूहिक दुष्कर्म
संत कुटीर आश्रम में रहने वाली तीन साध्वियों के साथ हथियार के बल पर आश्रम के सेवादारों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। घटना को अंजाम देने के बाद सभी पीड़िताओं को दुष्कर्मियों ने आश्रम में कई दिनों तक कैद कर रखा था, काफी मशक्कत के बाद पीड़िता किसी तरह आश्रम से निकलकर गांव पहुंच ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी थी।

ग्रामीण पीड़िताओं को लेकर स्थानीय थाना पहुंचे, जहां उनके फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर पांच नामजद तथा पांच अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया था। घटना 12 दिसम्बर 2017 को उस समय घटी, जब तीनों साध्वी आश्रम में खाना बना रही थी। उसी समय आश्रम के सेवादारों ने हथियार के बल पर तीनों को उठाकर एक कमरे में ले गया, जहां पांच लोगों ने उनके साथ घटना को अंजाम दिया था।

प्राथमिकी दर्ज होने के बाद गोविन्दपुर पुलिस ने सभी पीड़ितों को सदर अस्पताल चिकित्सीय जांच के लिए लाया था। पीड़ितों में एक यूपी व एक गया जिला तथा एक साध्वी स्थानीय महुंगाय की रहने वाली है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 12 दिसम्बर की देर शाम तीनों पीड़िता एक साथ मिलकर खाना बना रही थी,

तभी सेवादार यूपी के महुआडीह जिले के चप्पा निवासी दिलचन्द पटेल और बस्ती जिले के सेलरा निवासी कल्पनाथ चौधरी ने हथियार का भय दिखाकर आश्रम के एक कमरे में ले गया, जहां बस्ती के सेलरा निवासी गिरजा शंकर चौधरी, श्याम चौधरी और अजित चौधरी ने बारी-बारी से उनके साथ दुष्कर्म किया था। इस शर्मनाक घटना को अंजाम देने के बाद दुष्कर्मियों ने तीनों साध्वियों को आश्रम में ही बंधक बनाये रखा था।

घटना की जांच में नवादा पहुंचे थे तत्कालीन मगध प्रक्षेत्र के डीआईजी
उस वक्त घटना की जानकारी मिलते ही तत्कालीन मगध प्रक्षेत्र के डीआईजी विनय कुमार नवादा पहुंच मामले की जांच पड़ताल किया था, जहां डीआईजी ने तत्कालीन एसपी विकास बर्मन तथा पुलिस के कई वरीय पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय स्थित पुलिस कार्यालय में बैठक कर मामले की जानकारी प्राप्त कर गोविन्दपुर स्थित संत कुटीर आश्रम पहुंच पीड़ित साध्वियों से इस मामले से अवगत हुए थे।


