निर्माण कार्य में कछुआ चाल से इमरजेंसी सेवा हुआ प्रभावित, प्रशासन भी खामोश
नगर के सद्भावना चौक स्थित बिजली ऑफिस के सामने कई मुहल्ले के लोग हो रहे परेशान
बरसात के दिनों में कीचड़मय हुआ मार्ग
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार
नवादा में पिछले दो दिनों तक हुई बारिश से शहर के कई इलाकों में पैदल चलना मुश्किल हो गया है। सबसे भयावह हाल नगर परिषद क्षेत्र के पार नवादा सद्भावना चौक के समीप बिजली ऑफिस के सामने वाले इलाके की है, जहां पिछले दो माह पूर्व शुरू हुई नली-गली का निर्माण कार्य आज तक दुरुस्त नहीं हो सका है,

लिहाजा पिछले दिनों हुई बेमौसम बरसात से इस प्रमुख मार्ग पर ऐसा कीचड भर गया है कि लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो गया। बताया जाता है कि स्थानीय वार्ड पार्षद की अनदेखी के कारण करीब 20 हजार आबादी वाले इस क्षेत्र में अम्बेडकर नगर, चौधरी नगर तथा सुदामा नगर के गलियों से गुजरना मुश्किल हो गया है।

इन इलाकों में एक साथ काम शुरू किया गया था, जी अब परेशानी का सबब बना गया है। बताया जाता है कि इन मुहल्लों के प्रायः सभी गलियों में खुदाई कर मार्ग को इस कदर अवरुद्ध कर दिया गया है कि लोग इमरजेंसी पड़ने पर बाइक से भी नहीं जा सकते हैं।

स्थानीय लोगों ने इसको लेकर ठेकेदार व वार्ड पार्षद से भी जल्दी काम पूरा करने की बात कई बार कही जा चुकी है, बावजूद कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। बता दें कि इस इलाके में स्थित मेट्रो हॉस्पिटल स्थानीय लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, 24 घंटे यहां लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं।

लेकिन वर्तमान में वार्ड पार्षद द्वारा जो हालात पैदा कर दिया गया है, उससे लोग इमरजेंसी में इलाज के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं। मेट्रो हॉस्पिटल के संचालक डॉ सत्यपाल प्रसाद बताते हैं कि बेमौसम बरसात में जिस स्तर से गली के मुख्य मार्ग में कीचड भरा हुआ है उससे लोगों को अपने घरों तक पैदल य बाइक से जाना खतरे से कम नहीं है।

इतना ही नहीं भारत सरकार का सबसे महत्त्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ लेने जिले भर से लोग मेट्रो हॉस्पिटल आते हैं, परंतु मार्ग का जो हालात बन गया है, उससे लोगों का आना मुश्किल हो गया है।

उन्होंने बताया कि दो माह पूर्व उक्त सभी इलाकों में एक साथ काम शुरू किया गया था, जो आज तक पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार व वार्ड पार्षद बताते हैं कि फंड में राशि नहीं है, अभी काम पूरा होने में एक वक्त लगेगा।

उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया कि 20 हजार आबादी वाले इस बड़े क्षेत्र नली-गली की समस्या से यथाशीघ्र निदान दिलाया जाय, ताकि लोगों को इमरजेंसी में तकलीफ नहीं हो।
