दसवीं की परीक्षा एवं 10वीं के बाद की शिक्षा विषय पर हुआ परीसंवाद
सैंकड़ो छात्र-छात्राएं 12वीं तक मॉडर्न में पढ़कर कर पा चुके हैं आईआईटी व मेडिकल में सफलता
कम से कम खर्च में पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप योजना के तहत लिया जाएगा मॉडर्न टैलेंट सर्च परीक्षा
Report by Nawada News Express
नवादा / सूरज कुमार
मॉडर्न इंग्लिश स्कूल नवादा के सभागार में विद्यालय के दसवीं कक्षा में अध्यनरत विद्यार्थियों के माता-पिता और शिक्षकों के बीच एक सेमिनार सह परिचर्चा सह परीसंवाद का आयोजन किया गया, जिसका विषय था- दसवीं की परीक्षा और दसवीं के बाद की शिक्षा। इस विषय पर लगभग हजार की संख्या में उपस्थित दसवीं कक्षा की विद्यार्थियों के माता-पिता ने भाग लिया और विद्यार्थियों की परीक्षा को देखते हुए एक माता-पिता को क्या करना चाहिए इस पर विशेषज्ञों की राय सुनी।

परीसंवाद में चर्चा करते हुए मॉडर्न शैक्षणिक समूह नवादा के निदेशक डॉ अनुज सिंह ने सभी अभिभावकों से कहा कि दसवीं की परीक्षा में अच्छी सफलता के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों का विशेष रूप से अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पाठ को ठीक से पढ़ना चाहिए और प्रश्नों को लिख-लिख कर अभ्यास करना चाहिए। माता-पिता को दो महीने अपने विद्यार्थियों को मोबाइल से बचाकर पढ़ाई में लगाकर रखना चाहिए। जहां तक दसवीं के बाद की शिक्षा की बात है तो डॉ अनुज सिंह ने बताया कि पटना, दिल्ली, कोटा की बजाय मॉडर्न स्कूल नवादा बेहतर विकल्प है, जहां कम से कम खर्च में और अनुशासन में रहकर विद्यार्थी अपना कैरियर संभाल सकते हैं।

यहां पढ़कर 12वीं की परीक्षा के साथ आईआईटी एवं नीट में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कम से कम खर्च में नवादा मॉडर्न में रहकर सैकड़ो विद्यार्थी अब तक नीट और मेडिकल की परीक्षा में सफल हुए हैं। उन्होंने अवनी, कृति, मोना, शुभम, कृष मुकेश, सोनाली तथा जेसिका जैसे विद्यार्थियों का नाम लेते हुए बताया कि नवादा में रहकर और मॉडर्न में 12वीं तक पढ़कर इन सभी ने सफलता का परचम लहराया है। उन्होंने कहा कि यहां रहना विद्यार्थियों के लिए और उनके माता-पिता के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि बच्चे घर के नजर के सामने रहते हैं तो अनुशासन में रहते हैं और उनकी गतिविधि पर माता-पिता एवं विद्यालय दोनों की नजर रहती है।

उन्होंने अभिभावकों को सलाह दिया कि आपलोग भी कम से कम खर्चे में बेहतर विकल्प के रूप में मॉडर्न स्कूल का चुनाव दसवीं के बाद कर सकते हैं। डॉ अनुज सिंह ने बताया कि कम से कम खर्चे में पढ़ने के लिए गरीब घर के विद्यार्थी भी मॉडर्न टैलेंट सर्च परीक्षा देकर स्कॉलरशिप प्राप्त कर सकते हैं और यहां पढ़ाई कर सकते हैं। यह परीक्षा फरवरी अथवा मार्च में आयोजित की जाएगी। 12वीं में पढ़ा रहे बहुत ही अनुभवी केमिस्ट्री के शिक्षक वीके प्रियदर्शी ने कहा कि मैं पिछले कई वर्षों से मॉडर्न नवादा से जुड़ा हूं। इसके पहले मैं देश के अच्छे कोचिंग संस्थान में काम किया, लेकिन मॉडर्न जैसा अनुशासन और पढ़ाई की अच्छी व्यवस्था मैं कहीं नहीं देखा। यहां का प्रबंधन इस मामले में काफी जागरुक हैं और सतर्क हैं, साथ ही बच्चों के लिए हमेशा सोचने वाला है।

यही कारण है कि आज रिजल्ट प्रतिशत में मॉडर्न बड़े-बड़े कोचिंग से भी आगे है। उन्होंने कहा कि कोटा के बड़े-बड़े कोचिंग के छात्र-छात्राएं आज आत्महत्या कर रहे हैं, जो बहुत ही दुखद है। विद्यार्थी और उनके माता-पिता दोनों मिलकर कोटा जैसे शहर में नाम लिखाते हैं, परंतु वह ठीक से अनुशासन में रहकर पढ़ाई नहीं कर पाते हैं और जब समय निकल जाता है तो फिर विद्यार्थी दबाव में आकर इस तरह की घटनाएं कर बैठते हैं। अभिभावकों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि दसवीं क्लास के बच्चे उतना परिपक्व नहीं होते हैं, इसलिए उनको बाहर दसवीं के बाद नहीं भेजना चाहिए। सौभाग्य से नवादा जिला में मॉडर्न इंग्लिश स्कूल में 11वीं और 12वीं की पढ़ाई इतनी अच्छी ढंग से हो रही है, जिसका फायदा नवादा जिले के अभिभावकों को उठाना चाहिए।

12वीं में पढ़ने वाले गणित विषय के फैकल्टी बीके सिंह ने कहा कि यह एक बेहतरीन संस्थान है जहां बच्चे घर में रहकर कम खर्च में आकर पढ़ाई कर लेते हैं। यहां के प्रबंधन इतनी अच्छी व्यवस्था किया है, इसके लिए मैं प्रबंधन को अपनी ओर से बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं कि नवादा के अभिभावकों के लिए इतना अच्छी व्यवस्था कर दिया है कि आगे विद्यार्थियों को पटना, कोटा जाने की आवश्यकता नहीं है। विद्यालय के प्राचार्य गोपाल चरण दास ने कहा कि मॉडर्न पिछले कई वर्षों से 11वीं से 12वीं की पढ़ाई और अच्छी तैयारी कराते आ रही है। आज तक मॉडर्न का रिजल्ट 10वीं हो या 12वीं अथवा आईआईटी या मेडिकल हो, सभी में काफी बेहतर रहा है जो यह सिद्ध करता है कि मॉडर्न की शिक्षा व्यवस्था काफी अच्छी और बहुत ही मजबूत है। परिचर्चा में कई अभिभावकों ने भी अपना विचार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे भी कई वर्षों से पढ़ रहे हैं। आज मैं फक्र महसूस करता हूं कि मैं भी मॉडर्न इंग्लिश स्कूल नवादा का अभिभावक हूं। आज राष्ट्रीय स्तर के शिक्षा नवादा में मिल रही है, इससे बड़ा सौभाग्य हम अभिभावकों के लिए क्या होगा। इस सेमिनार में विद्यालय के हजारों अभिभावक के साथ-साथ मॉडर्न ग्रुप के विद्यालय के नवमी एवं दसवीं में पढ़ाने वाले शिक्षकों में सुजय कुमार, एमके विजय, मनोरंजन पांडेय, विपुल कुमार, अंजना दीक्षित, वीणा बरनवाल, दीपक पुष्टि, नीरज कुमार, बीएन झा, विजय अकेला तथा रौशन कुमार सहित दो दर्जन शिक्षक उपस्थित थे। सभी ने इस प्रकार के परिचर्चा का भूरी-भूरी प्रशंसा किया और कहा कि दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों और उनके अभिभावक के लिए इस तरह की परिचर्चा हमेशा होते रहना चाहिए। नवादा शहर स्थित अन्य विद्यालयों के अभिभावकों ने भी इस परिचर्चा में भाग लिया और इसका भरपूर लाभ उठाया।

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